प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नेता और दो बार सांसद रहे रघुराज सिंह शाक्य ने पार्टी छोड़ दी है. वो सोमवार को अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए. उनसे पहले प्रसपा के नेता और समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे शिवकुमार बैरिया भी बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और प्रसपा के गठबंधन के लिए झटका माना जा रहा है. शाक्य प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव के गृह जिले इटावा के रहने वाले थे. 


कौन हैं रघुराज सिंह शाक्य


रघुराज सिंह शाक्य ने सोमवार को लखनऊ में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली. शाक्य को शिवपाल सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता था. वो प्रसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर थे. शाक्य 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए थे. उन्होंने 2012 में सपा के टिकट पर इटावा सदर सीट से विधानसभा का चुनाव भी जीता था. इस बार भी वो इटावा सदर सीट से विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे थे. प्रसपा-सपा का गठबंधन होने के बाद उन्होंने टिकट की दावेदारी भी की थी, लेकिन सपा ने वहां से सर्वेश शाक्य को मैदान में उतार दिया. वो पूर्व सांसद रामसिंह शाक्य के बेटे हैं.


UP Election 2022: केवल 1 सीट मिलने पर छलका शिवपाल का दर्द, बोले- अब अखिलेश से होगा मेरा कम्पटीशन


रघुराज सिंह शाक्य ने 27 जनवरी 2017 को समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उनका कहना था कि परिवार की लड़ाई में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को अपमानित किया गया. बाद में वो शिवपाल सिंह यादव की प्रसपा में शामिल हो गए थे. शाक्य से पहले सपा सरकार में मंत्री रहे शिव कुमार बैरिया 31 जनवरी को बीजेपी में शामिल हो गए थे. 


Uttarakhand Election 2022: हरिद्वार के इस सीट पर शुरू हुई वर्चस्व की जंग, देवर को बीएसपी तो भाभी को कांग्रेस ने बनाया उम्मीदवार