UP Assembly Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बलिया में जन विश्वास यात्रा को रवाना करने पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कार्यक्रम पार्टी के एक दलित कार्यकर्ता राजेश पासवान के घर भोजन करने का था. मगर दोनों राजेश पासवान के घर खाना खाने नही पहुंच सके. इस बीच परिवार ने इसकी पूरी तैयारी भी कर ली थी. राजेश पासवान ने अपने घर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और स्वतंत्र देव सिंह के खाने के लिए रोटी, सब्जी और साग बनाया था.


पूरा परिवार इस बात से खुश था कि उनके यहां सीएम शिवराज सिंह चौहान और स्वतंत्र देव सिंह खाना खाने आएंगे लेकिन वहां से वापस जाने के लिए फ्लाइट का टाइम नजदीक आ रहा था, ऐसे में सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह दलित के घर के भोजन करने नहीं पहुंच पाए. हालांकि बाद में यूपी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने दलित के घर पहुंच कर भोजन किया.


शहीद मंगल पांडेय की मूर्ति पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे सीएम शिवराज


दलित राजेश पासवान अनुसूचित जाति मोर्चा के नगर अध्यक्ष भी हैं, जहां इनके घर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का भोजन करने का कार्यक्रम तय था. बीजेपी के ये दोनों दिग्गज नेता राजेश पासवान के घर से 50 मीटर की दूरी पर शहीद मंगल पांडेय की मूर्ति पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे. तय कार्यक्रम के अनुसार माल्यार्पण करने के बाद इन दोनों नेताओं को दलित राजेश पासवान के घर पर भोजन ग्रहण करने जाना था. मगर फ्लाइट का टाइम नजदीक होने और फ्लाइट छूट जाने की आशंका की वजह से खाना खाने नहीं पहुंच सके.


सीएम शिवराज के नहीं आ पाने का कोई मलाल नहीं: दलित नेता


बीजेपी के इस दलित नेता के घर जब मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष नहीं पहुंचे तो यूपी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला उनके घर पहुंचे और कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर बैठ कर भोजन किया. राजेश पासवान का कहना है कि शिवराज सिंह चौहान की फ्लाइट छूट रही थी इसलिए नहीं आ पाए लेकिन उन्हें इसका कोई मलाल नहीं है.


ये भी पढ़ें-


UP Election 2022: योगी सरकार 25 दिसंबर को 1 लाख युवाओं को देगी क्रिसमस का तोहफा, चुनावी वर्ष में सांता क्लॉज बन बांटेगी स्मार्टफोन और टैबलेट


UP News: उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में लागू होगा 'Happiness Curriculum', छात्रों को प्रकृति, समाज और देश के प्रति बनाया जाएगा संवेदनशील