उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा है कि वो विधानसभा (UP Assembly Election2022)का चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा है कि उन्हें चुनाव किस सीट से लड़ना है, यह बीजेपी तय करेगी. पत्रकारों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत में योगी ने यह बात कही. इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ के लिए सुरक्षित सीटों को लेकर कयास लगना शुरू हो गया है. मथुरा की सीट को योगी आदित्यनाथ के लिए सुरक्षित सीट बताया जा रहा है. लेकिन योगी ने खुद ही कहा कि मथुरा से चुनाव लड़ने का उनका कोई कार्यक्रम नहीं है. ऐसे में योगी आदित्यनाथ की सीट को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं.  


योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक सफर


योगी आदित्यनाथ ने अब तक विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा है. योगी आदित्यनाथ पहली बार 1998 में गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीते थे. उन्होंने लगातार 5 बार लोकसभा में गोरखपुर का प्रतिनिधित्व किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ 19 मार्च 2017 को बैठे थे. इसके बाद 21 सितंबर 2017 को उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद का रास्ता चुना. 


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योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले नवंबर में कहा था कि पार्टी जहां से कहेगी वो चुनाव लड़ेंगे. इसके बाद से अनुमान लगाया जा रहा है कि योगी अगर चुनाव लड़ेंगे तो कहां से लड़ेंगे. ऐसे में उनके लिए पहली मुफीद सीट गोरखपुर (शहर) की मानी जा रही है. पिछले 3 दशक में बीजेपी इस सीट से कभी नहीं हारी है. योगी आदित्यनाथ जिस गोरखनाथ मंदिर के महंथ हैं. वह गोरखपुर (ग्रामीण) विधानसभा सीट में आता है. यह सीट परिसीमन के बाद 2009 में अस्तित्व में आई है. इससे पहले मंदिर मानीराम विधानसभा सीट में था. योगी के गुरु महंत अवैद्यनाथ 5 बार इस सीट से जीते थे. ये दोनों सीटें योगी के लिए मुफीद हैं. 


अयोध्या या मथुरा


अयोध्या को मंदिरों और साधु-संतों की नगरी कहा जाता है. यह दुनियाभर के हिंदुओं की आस्था का केंद्र है. ऐसे में 24 घंटे हिंदुत्व को जीने वाले योगी आदित्यनाथ के लिए अयोध्या भी मुफीद सीट हो सकती है. पिछले चुनावों तक अयोध्या का राम मंदिर बीजेपी की राजनीति का केंद्रीय मुद्दा था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वहां अब राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. इसलिए मंदिर अब उतना बड़ा मुद्दा नहीं रहा है. लेकिन बीजेपी इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है. योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने से बीजेपी की यह मंशा पूरी हो सकती है.


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इसी तरह से मथुरा की सीट भी योगी आदित्यनाथ के लिए मुफीद मानी जा रही है. बीजेपी पिछले कुछ दिनों से मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला उठा रही है. योगी आदित्यनाथ ने भी 29 दिसंबर को एक सभा में मथुरा का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया है. काशी में भगवान विश्वनाथ का धाम भी भव्य रूप से बन रहा है, फिर मथुरा वृंदावन कैसे छूट जाएगा. वहां पर भी काम भव्यता के साथ आगे बढ़ चुका है. ऐसे में अगर योगी आदित्यनाथ मथुरा से चुनाव लड़ना बीजेपी के लिए मुफीद हो सकता है.