कांग्रेस अगले साल होने वाला यूपी विधानसभा का चुनाव (UP Assembly Election 2022) प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के नेतृत्व में लड़ेगी. कांग्रेस (Congress) जोर-शोर से सक्रिय है. कई दशक बाद कांग्रेस यूपी में चुनावी रंग में नजर आ रही है. प्रियंका गांधी ने महिलाओं और युवाओं के लिए वादों की झड़ी लगा दी है. उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड (Uttrakahand) और पंजाब (Punjab) में भी चुनाव होंगे. पंजाब में कांग्रेस और उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार है. आइए नजर डालते हैं कि इन राज्यों में किए गए वादे यूपी में किए गए वादों से कितने अलग हैं.


यूपी में कांग्रेस के वादे


कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश चुनाव में महिलाओं पर खास ध्यान दे रही है. प्रियंका ने नारा दिया है, 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं.' पार्टी ने कहा है कि चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दिए जाएंगे. कांग्रेस ने लड़कियों को मुफ्त में स्कूटी और स्मार्टफोन देने, एक साल में 3 मुफ्त गैस सिलेंडर देने, महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा, सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण देने जैसे वादे किए हैं. 


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इस तरह से कांग्रेस यूपी में महिलाओं की बड़ी आबादी को अपनी ओर करना चाहती है. यूपी के राजनीतिक दलों के एजंडे में महिलाएं कम ही नजर आती हैं. उन्हें अपने पाले में करने के लिए कांग्रेस ने ये वादे किए हैं. कांग्रेस ने अबतक बिजली बिल और उसकी कीमत पर वादे किए हैं. इसके साथ ही उसने कहा कि उसकी सरकार बनने पर 10 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त होगा.


पंजाब और उत्तराखंड में कांग्रेस की राजनीति


कांग्रेस ने पंजाब में बड़ा कदम उठाते हुए चुनाव से चंद महीने पहले मुख्यमंत्री बदल दिया. नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चिन्नी पर कांग्रेस को फिर सत्ता में लाने की जिम्मेदारी है. अभी तक उनका जोर किसानों और बिजली बिल पर ज्यादा है. पंजाब सरकार ने किसानों के 25 हजार रुपये तक के कर्ज माफ कर दिए हैं. सरकार ने किसान आंदोलन में मारे गए किसानों की याद में स्टेडियम बनाने की भी घोषणा की है. इसके अलावा किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की भी घोषणा सरकार ने की है. कांग्रेस सरकार ने किसानों के बिजली बिल माफ करने की घोषणा की है. दो किलोवाट तक के कनेक्शनधारी किसानों के बिजली बिल माफ कर दिए गए हैं. 


यूपी के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में कांग्रेस ने अब तक कोई बड़ा वादा नहीं किया है. पूर्व मुख्यमंत्री और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा है कि सरकार बनने पर डीडीहाट, रानीखेत, पुरोला, कोटद्वार, नरेंद्र नगर, काशीपुर, गैरसैंण, खटीमा और वीरोंखाल को जिला बनाया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने चुनाव में 20 टिकट पूर्व सैनिकों को देने पर विचार करने का भरोसा दिलाया है. दरअसल उत्तराखंड में बहुत से लोग अर्धसैनिक बलों और सेना में काम करते हैं. ऐसे में कांग्रेस की नजर इस वौट बैंक पर है. इसके अलावा कांग्रेस उत्तराखंड में उस तरह से सक्रिय नहीं है, जैसा कि वह यूपी में है.


वहीं दूसरी बात यह है कि यूपी की सत्ता से कांग्रेस पिछले 3 दशक से गायब है. ब्राह्मण, दलित और मुसलमान उसके बड़े वोट बैंक होते थे. जिन्हें बीजेपी, बसपा और सपा ने अपने पाले में कर लिया है. ऐसे में कांग्रेस अब नए तरह के वोट बैंक बनाकर यूपी की सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है. इसलिए वह लिंग और जाति का भी सहारा ले रही है. वहीं उत्तराखंड और पंजाब में कांग्रेस की स्थिति बहुत अच्छी है. पंजाब में उसकी सरकार है तो उत्तराखंड में वह मुख्य विपक्षी पार्टी है. इन दोनों राज्यों में कांग्रेस की स्थिति वैसी नहीं है, जैसा यूपी में है. इसलिए वह यूपी में ज्यादा जोर लगा रही है. 


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