UP Election 2022: एटा में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अंदर बगावत हो गई है. आखिरी समय में यहां से प्रत्याशी बदलने से नाराज पूर्व जिला पंचायत और पूर्व विधायक अजय यादव (Ajay Yadav) ने सपा छोड़कर बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) का दामन थाम लिया है. सबसे पहले एबीपी गंगा ने ही इस इसकी खबर दी थी. अजय यादव ने शीर्ष नेतृत्व पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और बसपा कार्यालय पहुंचकर पार्टी का सदस्यता ली. उन्होंने कहा कि अगर बहनजी का आशीर्वाद होगा तो वो एटा सदर सीट से चुनाव लड़ेंगे.


बीएसपी में शामिल हुए अजय यादव


अजय यादव को मुख्य सेक्टर प्रभारी अलीगढ़ मंडल रणवीर कश्यप ने बसपा की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर अजय यादव के सैकड़ों समर्थक भी बसपा कार्यालय में दिखाई दिए. अजय का आरोप है कि अखिलेश यादव ने पहले उनको सदर सीट लड़ाने का आश्वासन दिया था. कई महीनों से वो इस क्षेत्र में चुनाव प्रचार भी कर रहे थे लेकिन आखिरी समय में उन्होंने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेन्द्र सिंह यादव को प्रत्याशी घोषित कर दिया, जो पार्टी महासचिव राम गोपाल यादव के रिश्तेदार भी है. अजय यादव ने कहा कि उन्हें एक बड़े नेता ने अपमानित किया और कहा कि जाकर जुगेन्द्र को चुनाव लड़वाओ.


इस बारे में बात करते हुए बसपा नेता रणवीर कश्यप ने कहा कि "मझे बहनजी की निर्देश मिला था कि एटा जाकर अजय यादव को पार्टी ज्वाइन कराओ तो मैंने उन्हें बसपा ज्वाइन करा दी. अजय यादव ने एटा से चुनाव लड़ने की इच्छा प्रकट की है, अगर बहन जी आदेश होता है तो वो यहां से चुनाव लड़ेंगे." हालांकि बीएसपी पहले से ही यहां पर संजीव गुप्ता को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी हैं.


बदले घटना क्रम में सपा की इस फ़ूट का फायदा एटा सदर सीट से वर्तमान विधायक और बीजेपी प्रत्याशी विपिन वर्मा डेविड को होगा. इस सीट पर अगर सपा और बसपा से दो कद्दावर यादव प्रत्याशी मैदान में होते हैं तो बीजेपी को इसका लाभ मिलेगा.


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