भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि लोगों को सांप्रदायिक शक्तियों के बहकावे में नहीं आने की अपील की है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वो मथुरा (Mathura) को मुजफ्फरनगर न बनने दें. टिकैत का यह बयान ऐसे समय आया है जब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर की मांग तेज हो रही है. मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए दंगों में करीब 60 लोगों की मौत हो गई थी. इन दंगों के बाद हजारों लोग बेघर हो गए थे और बहुत से लोगों को पलायन करना पड़ा था.
राकेश टिकैत ने मथुरा में लोगों से क्या अपील की
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने लोगों से अपील की कि वो मुथरा को उन शक्तियों से बचाने की अपील को जो धर्म के नाम पर दंगा भड़काकर वहां की शांति व्यवस्था भंग करना चाहते हैं. राकेश टिकैत समता फाउंडेशन की ओर से किसान आंदोलन के समर्थन में पिछले 421 दिन से दिए जा रहे धरने को खत्म करवाने गए थे.
धरना खत्म करवाते हुए राकेश टिकैत ने कहा, '' मथुरा को मुजफ्फरनगर मत बनने देना.'' इस दौरान उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी या संगठन का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल मतदाताओं के ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहे हैं. इस तरह वो मथुरा की शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ''आज विभिन्न धर्मों के लोग यहां शांतिपूर्वक प्रार्थना कर सकते हैं. लेकिन कुछ लोग सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा कर दंगे कराने की कोशिश कर रहे हैं. आपको उनके झांसे में नहीं आना है.''
सरकार की किन कामों पर ध्यान देना चाहिए
किसान नेता ने कहा, '' लोग विकास के नाम पर वोट डालते हैं विवाद के नाम पर नहीं. सरकार को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए. यमुना की सफाई जैसे बुनियादी कामों पर उसका ध्यान होना चाहिए. कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए.''
दरअसल मथुरा के विवादित स्थल को लेकर हाल के दिनों में कई नेताओं ने विवादास्पद बयान दिए हैं. इस महीने के शुरू में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट में लिखा था, '' अयोध्या और काशी में भव्य मंदिरों का निर्माण कार्य जारी है. अब मथुरा की तैयारी है.''