UP Assembly Election 2022: कल तक बीजेपी में जाने को आत्महत्या के बराबर करार देने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अब खुद बीजेपी में जाने को तैयार बैठे हैं. उन्होंने इसे लेकर साफ कहा कि राजनीति में संभावनाएं खुली रहती हैं. सूत्रों के अनुसार ओपी राजभर की बीजेपी नेतृत्व से वार्ता भी शुरू हो चुकी है. राजभर ने कहा कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा समाजहित में दिया था. सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने, स्नातकोत्तर तक एक समान फ्री शिक्षा, घरेलू बिजली बिल माफी, जातिवार जनगणना, पुलिस में बॉर्डर सीमा समाप्त, पुलिस में 8 घंटे ड्यूटी, साप्ताहिक छुट्टी, होमगार्ड, पीआरडी जवानों को पुलिस समान सुविधा लागू करने जैसी मांगे हैं. जो लागू करेगा उसके साथ जाने को तैयार हैं.
ओपी राजभर ने कहा कि सभी को बताने का प्रयास किया कि अभी तक वो अपने मोर्चे की ताकत पैदा कर रहे थे. अब समझौते के लिए लखनऊ आये हैं. जो चाहे बात कर सकता. उन्होंने कहा कि समाजहित में राजभर कोई भी कुर्बानी दे सकता है. पहले बीजेपी और मुख्यमंत्री पर तल्ख बयानबाजी करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि तब दौर दूसरा था, अब दूसरा है. उनसे पूछा कि बीजेपी में किससे बात होगी तो दो टूक कहा की पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह क्योंकि यहां बात करने से रिजल्ट नही निकलेगा. उन्होंने कहा इसीलिए तय किया है कि सीधे दल के मालिक से बात की जाए.
राजभर की बीजेपी साथ वापसी लगभग तय
पिछले दिनों सीएम योगी को लेकर बयान बाजी पर कहा कि वो जो कहते है सच कहते हैं, सच कड़वा होता है. कुछ दिन पहले शिवपाल यादव के आवास पर भी ओपी राजभर, असद्दुदीन ओवैसी और चंद्रशेखर के साथ बैठक हुई थी. फिलहाल शिवपाल यादव को सपा में संभावनाएं दिख रही हैं. इस बाबत जब ओपी राजभर से पूछा तो उन्होंने कहा कि परिवार का लगाव है. चाचा-भतीजे, भाई-भाई का सवाल है.
बहरहाल ओपी राजभर का कहना है कि बीजेपी से बात बनी तो सिर्फ वो नहीं बल्कि पूरा भागीदारी मोर्चा साथ जाएगा. अब सवाल ये कि आखिर राजभर इसके लिए असदुद्दीन ओवैसी को कैसे मनाएंगे. राजभर का कहना है कि वो भी बीजेपी विरोधी थे लेकिन अब जाने को तैयार हैं. वैसे ही ओवैसी से बात की जाएगी. राजभर के बयान के बाद बहरहाल इतना साफ दिख रहा है कि उनकी बीजेपी साथ वापसी लगभग तय है.
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