(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कैसा रहा है महिलाओं का प्रदर्शन
UP Election 2022: कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने की घोषणा की है. यहां जानिए पिछले तीन चुनाव में कैसा रहा है महिलाओं का प्रदर्शन. किस साल सबसे अधिक महिलाएं बनीं विधायक.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने की घोषणा की है. विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के लिए इसे कांग्रेस का बड़ा दांव माना जा रहा है. उत्तर प्रदेश की राजनीति अपने जातिय समीकरणों के लिए मशहूर है. ऐसे में 40 फीसद महिलाओं को टिकट देने का दांव कांग्रेस के लिए कितना महत्वपूर्ण होगा, यह तो नतीजे ही बताएंगे. आइए हम आपको बताते हैं कि उत्तर प्रदेश के पिछले 3 विधानसभा चुनाव कितनी महिलाएं चुनाव मैदान में थीं और कितनी महिलाएं विधानसभा में पहुंचने में कामयाब रहीं. सबसे अधिक 42 महिलाएं 2017 के चुनाव में विधानसभा पहुंची थीं. वहीं सबसे कम 6 महिलाएं 1967 के चुनाव में जीती थीं.
महिला आरक्षण
देश में महिलाओं को संसद और विधानसभा के चुनाव में आरक्षण देने की कवायद 1952 से ही हो रही है. लेकिन बात आज तक इसमें सफलता नहीं मिली है. सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले दल महिला आरक्षण में भी दलित और पिछड़ी जाति की महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं. लेकिन बात इससे आगे नहीं बढ़ पा रही है.
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चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2017 के विधानसभा चुनाव में कुछ 482 महिलाएं चुनाव मैदान में उतरी थीं. इनमें से केवल 42 महिलाएं ही जीत कर विधानसभा पहुंची थीं. चुनाव लड़ने वाली 373 महिलाएं अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई थीं. उस चुनाव में उत्तर प्रदेश में कुल 6 करोड़ 46 लाख 13 हजार 751 महिला वोटर थीं. इनमें से 63.31 फीसदी या 4 करोड़ 9 लाख 5 हजार 867 महिलाओं ने ही मतदान किया था. बीजेपी ने 46, बसपा ने 21, सपा ने 34. कांग्रेस ने 12 और आरएलडी ने 27 महिलाओं को टिकट दिया था.
उत्तर प्रदेश विधानसभा में महिलाएं
वहीं 2912 के चुनाव में कुल 583 महिलाएं चुनाव मैदान में थीं. इनमें से केवल 35 ही विधानसभा पहुंचने में कामयाब रही थीं. इन 583 महिला उम्मीदवारों में से 487 अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई थीं. साल 2012 के चुनाव में 5 करोड़ 72 लाख 32 हजार 2 महिला मतदाता थीं. इनमें से 60.28 फीसद या 3 करोड़ 45 लाख 316 महिलाओं ने वोट डाले थे.
इसी तरह 2007 के विधानसभा चुनाव में 370 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था. इनमें से केवल 23 महिलाओं के सिर पर ही जीत का ताज चढ़ा. इस चुनाव के बाद ही मायावती के रूप में यूपी को पहला दलित मुख्यमंत्री मिला था. उस समय उत्तर प्रदेश में 5 करोड़ 19 लाख 68 हजार 165 महिला मतदाता थीं. इनमें से 41.09 फीसदी या 2 करोड़ 17 लाख 84 हजार 164 महिलाओं ने मतदान किया था.
साल 2017 के चुनाव में बीजेपी ने सबसे अधिक 46 महिलाओं को टिकट दिए थे. इनमें से 35 महिलाएं विधायक चुनी गई थीं. सपा ने 34 महिलाओं को टिकट दिए थे. कांग्रेस ने 12 और बसपा ने 21 महिलाओं को टिकट दिए थे. कांग्रेस ने 2017 के चुनाव में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया था. लेकिन वो कोई कमाल नहीं कर पाई थीं. कांग्रेस को केवल 7 सीटें ही मिली थीं.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 1952 में 20, 1957 में 18, 1962 के चुनाव में 20, 1967 के चुनाव में 6, 1969 के चुनाव में 18, 1974 के चुनाव में 21, 1977 के चुनाव में 11, 1980 के चुनाव में 23, 1985 के चुनाव में 31, 1989 के चुनाव में 18, 1991 के चुनाव में 10, 1993 के चुनाव में 14, 1996 के चुनाव में 20, 2002 के चुनाव में 26, 2007 के चुनाव में 23, 2012 के चुनाव में 35 और 2017 के चुनाव में 42 महिलाएं चुनाव जीती थीं.
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