उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां जोर-शोर से चल रही हैं. हार-जीत के तरह-तरह दावे किए जा रहे हैं. हर पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक जोश में हैं. शहर, कस्बों और गांवों की गलियों में नारों का शोर है. आइए जानते हैं कि इस बार यूपी के समर में उतरी किस पार्टी ने कौन सा नारा दिया है.
बीजेपी का नारा
पहले बात करते हैं उत्तर प्रदेश में सरकार चला रही बीजेपी की. उत्तर प्रदेश के चुनाव में योगी आदित्यनाथ बीजेपी के मुख्यमंत्री के चेहरा हैं. इस बार बीजेपी का प्रमुख नारा है.
- सोच ईमानदार, काम दमदार, फिर एक बार भाजपा सरकार
- सौ में साठ हमारा है
- चालीस में बंटवारा है
उसमें भी हमारा है
समाजवादी पार्टी का नारा
अब बात उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी की. सपा पिछली बार की तरह इस बार भी अखिलेश यादव के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है. अखिलेश इन दिनों 'विजय रथ' पर सवार होकर प्रदेश की यात्रा पर निकले हैं. आइए देखते हैं कि सपा ने इस बार के चुनाव के लिए कौन-कौन से नारे गढ़े हैं.
- यूपी का ये जनादेश, आ रहे हैं अखिलेश
- बाइस में बाइसिकल
- नई हवा है, नई सपा है
- बड़ों का हाथ, युवा का साथ
- जनता सपा के साथ है, बाईस में बदलाव है
- पिछड़ों दलितों का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा
- युवा बेरोजगारों का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा
बसपा का नारा
मायावती के नेतृत्व में बसपा प्रदेश की सत्ता पर 5वीं बार काबिज होने की कोशिश कर रही है. आइए नजर डालते हैं कि उत्तर प्रदेश की सत्ता पर फिर से काबिज होने के लिए बसपा ने कौन सा नारा दिया है.अपने संस्थापक कांशीराम के जमाने में बसपा ने 'बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय' का नार दिया था. वद अब बदल चुका है.
- भाईचारा बढ़ाना है बसपा को लाना है
- सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय
कांग्रेस का नारा
उत्तर प्रदेश की सत्ता से पिछले 32 साल से दूर चल रही कांग्रेस भी यह चुनाव जोर-शोर से लड़ रही है. इस बार कांग्रेस प्रियंका गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. उन्होंने इस चुनाव को महिलाओं पर केंद्रित कर दिया है. आइए देखते हैं कि कांग्रेस ने क्या नारा दिया है.
- लड़की हूं, लड़ सकती हूं