उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण में बस्ती जिले में 3 मार्च को वोटिंग होगी. यहां अभी नामांकन का काम चल रहा है. शनिवार को अठदमा स्टेट राजघराने के कुंवर पुष्करादित्य सिंह अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए पहुंचे. इस विधानसभा के लिए अठदमा स्टेट का बहुत पुराना और दमदार इतिहास रहा है.
राजपरिवार से पहले भी चुने गए हैं विधायक
इसी सीट से राज परिवार के दिवाकर विक्रम सिंह विधायक और पूर्व मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा आदित्य विक्रम सिंह भी विधायक बनकर यूपी की विधानसभा में पहुंच चुके हैं. अब राजघराने परिवार के इकलौते कुंवर पुष्करादित्य सिंह ने आम आदमी पार्टी से अपना पर्चा भरा है.
रुधौली विधानसभा सीट पर इस समय मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है क्योंकि बीजेपी ने दो बार के विधायक रहे संजय जायसवाल तो वहीं सपा ने पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने एक बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके बसंत चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इन सबके बीच राजघराना परिवार भी चुनाव मैदान में कूद गया है. अठदमा स्टेट का रूधौली विधानसभा पर शुरू से ही आधिपत्य रहा है. राज परिवार होने की वजह से जनता का काफी समर्थन भी मिलता है.
दुष्प्रचार का कितना असर होगा?
नामांकन के बाद पुष्करादित्य सिंह ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि रूधौली की जनता की वे सेवा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इस सीट पर पहले भी जनता की उनके पूर्वजों ने सेवा की है, अगर जनता उन्हें चुनती है तो वे विकास के नए आयाम लिखेंगे. उन्होंने और साफ किया कि विधायक बनने के बाद विधायकी राजमहल तक सीमित रह जाएगी, इस तरह का दुष्प्रचार किया जा रहा है, लेकिन इस तरह के दुष्प्रचार से उन्हें कोई फर्क नही पड़ता, क्योंकि रूधौली विधानसभा को एक युवा और पढ़े-लिखे नेतृत्व की जरूरत है. इसलिए उन्हें जरूर जनता का समर्थन मिलेगा.