आइए सियासी अंकगणित के जरिए हम विधानसभा चुनाव को समझते हैं? शुरुआत बागी बलिया से. बलिया में 2022 की लड़ाई रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुकी है. बीजेपी विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला राज्यमंत्री हैं. नारद राय दोबारा सपा में आ चुके हैं. बताते हैं कि नारद राय की भूमिहारों में अच्छी पकड़ है. सपा के पुराने दिग्गज वापस पार्टी के साथ आ रहे हैं. परिणाम तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन आंकड़ें क्या बोल रहे हैं, यह समझिए.


अगले साल होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी ने निषाद पार्टी से और समाजवादी पार्टी ने ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा और कुछ अन्य दलों से समझौता किया है. अब यह परिणाम ही बताएंगे कि बलिया सदर सीट की जनता किस पर विश्वास जताती है.


 
बलिया नगर में 2017 के नतीजे



  • आनंद स्वरूप शुक्ला भारी अंतर से जीते.

  • सपा के लक्ष्मण गुप्ता दूसरे नंबर पर रहे.

  • सपा ने नारद राय का टिकट काटा था.

  • नारद राय ने बसपा से चुनाव लड़ा.

  • नारद राय तीसरे नंबर पर रहे, 31 हजार वोट मिले.


बलिया नगर में 2012 के नतीजे



  • सपा के नारद राय को 58 हजार से ज्यादा वोट.

  • नारद राय करीब 25 हजार वोट से जीते थे.

  • कौमी एकता दल को 33 हजार से ज्यादा वोट.

  • बसपा के संजय गुप्ता तीसरे नंबर पर थे.

  • कांग्रेस के नागेंद्र पांडेय चौथे नंबर पर थे.


बलिया नगर सीट का इतिहास



  • 2002 से 2007 तक कौमी एकता दल का कब्जा.

  • 2007 में नारद राय ने रामजी गुप्ता को हराया.

  • 2012 में दोबारा नारद राय की जीत हुई.

  • 2017 में बीजेपी से आनंद स्वरूप शुक्ला जीते.

  • आनंद स्वरूप शुक्ला सरकार में राज्यमंत्री हैं.  


यह भी पढ़ें


UP Election 2022: क्या बलिया की रसड़ा सीट पर कब्जा बनाए रख पाएगी बसपा, बीजेपी तोड़ेगी अपना रिकॉर्ड?


UP Election 2022: बलिया की बांसडीह सीट बीजेपी के लिए पहेली क्यों बनी हुई है?