समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने गुरुवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इसमें जयंत चौधरी ने कहा कि बीजेपी के लोग हमे जितना धमकी देंगे, वो हमे जितना धमकाएंगे हम एक साथ होंगे. 


सपा प्रमुख अखिलेश यादव का योगी आदित्यनाथ पर हमला


वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सपा प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा बदली है, पता नहीं क्यों बदले हैं. उन्होंने कहा कि पहले चरण में लोगों ने जो हवा चलाई है, वह मुख्यमंत्री को समझ नहीं आ रही है. उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री कम्प्रेसर हैं, जो हवा ठंडा कर देंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जो गर्मी कह रहे हैं, गठबंधन की सरकार बनी तो भर्ती खोली जाएगी. 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हापुड़ के धौलाना में बीजेपी के 'प्रभावी मतदाता संवाद' कार्यक्रम में कहा था कि कैराना से तमंचावादी पार्टी का प्रत्याशी धमकी दे रहा है, यानी गर्मी अभी शांत नहीं हुई है.10 मार्च के बाद गर्मी शांत हो जाएगी. योगी ने कहा, कैराना और मुजफ्फरपुर नगर में अभी दिखाई देने वाली गर्मी जल्द ही समाप्त हो जाएगी. मई और जून की गर्मी में भी शिमला जैसा यानी कि ठंडा माहौल बना दिया जाएगा. 


अखिलेश यादव ने पूछा किसानों की आय दोगुनी कब होगी


अखिलेश यादव ने कहा कि आज मुख्यमंत्री ने अपने 5 साल की सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने 1 घंटे 22 मिनट तक भाषण दिया. लेकिन यह नहीं बताया कि प्रदेश के किसानों की आय दो गुनी कब होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी के संकल्प पत्र के पहले पन्ने पर ही किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही गई है.


बुलन्दशहर की घटना पूरे उत्तर प्रदेश को चिंतित कर रही है. उन्होंने कहा कि बीजेबी बार-बार कह रही कानून व्यवस्था सबसे आगे है, आपके जिले में जो घटना हुई वो हाथरस याद दिला रही है. बुलन्दशहर के अपराधी अभी भी घूम रहे है. उन्होंने कहा कि सरकार से कहेंगे दोषी पकड़े कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो. 


जयंत चौधरी ने सीएम की भाषा पर उठाए सवाल


प्रेस कांफ्रेंस में जयंत चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजकल जो भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसी भाषा देखी नहीं आज मौसम बदला लग रहा है, लग रहा कोशिश कर रहे हैं कि गोरखपुर से न लौटूं. आरएलडी नेता ने कहा कि हमारा खून गर्म है, वो हमें जितना धमकी देंगे उतना हम एक होंगे. उन्होंने कहा कि किसानों और नौजवानों को फैसला लेना है ये वो सरकार जिसने किसानों के लिए रास्ते में कीलें बिछाईं. किसानों की पार्टी मानी जाने वाली आरएलडी के नेता ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं है.