समाजवादी पार्टी (Samajwadi party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का विजय रथ मंगलवार को जौनपुर पहुंच रहा है. उनका जिले में दो दिन रहने का कार्यक्रम है. यात्रा के दौरान अखिलेश यादव जिले की सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे. इस दौरान उनका 5 सभाओं को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है. जौनपुर पहुंचने से पहले ही अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है. सोमवार को उन्होंने एक ट्वीट में जौनपुर के मेडिकल कॉलेज का वीडियो पोस्ट करते हुए उसे आधुनिक खंडहर बताया. इस मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 अक्तूबर को किया था. जबकी इसका शिलान्यास अखिलेश यादव ने 27 सितंबर 2014 को किया था. आइए आंकड़ों की नजर से देखते हैं कि जौनपुर में कितनी मजबूत है सपा. 


जौनपुर में कौन कितने पानी में


जौनपुर जिले में विधानसभा की 9 और लोकसभा की 2 सीटें है. विधानसभा की 9 में से 4 पर बीजेपी, 3 पर सपा, 1 पर अपना दल और 1 सीट पर बसपा का कब्जा है. इस चुनाव में सपा को 3 सीटों पर, बीजेपी को 2 सीटों पर बसपा, सुभासपा और निषाद पार्टी 1-1 सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी. वहीं लोकसभा सीटों में जौनपुर सीट पर बसपा और मछलीशहर सीट पर बीजेपी का कब्जा है. 






साल 2017 के चुनाव में जौनपुर की बादलपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के रमेश चंद्र मिश्र जीते थे. उन्होंने बसपा के लालजी यादव को 2 हजार 372 वोट से हराया था. मिश्र को 60 हजार 237 वोट और यादव को 57 हजार 865 वोट मिले थे. शाहगंज सीट पर सपा के शैलेंद्र यादव ललई ने सुभासपा के राना अजीत प्रताप सिंह को 9 हजार 162 वोट के अंतर से हराया था. ललई को 67 हजार 818 और अजीत को 58 हजार 656 वोट मिले थे. जौनपुर सदर सीट पर बीजेपी के गिरिश चंद्र यादव ने कांग्रेस के नदीम जावेद को 12 हजार 284 वोट के अंतर से हराया था. यादव को 90 हजार 324 और जावेद को 78 हजार 40 वोट मिले थे. मल्हानी में सपा के पारसनाथ यादव ने निषाद पार्टी के धनंजय सिंह को 21 हजार 210 वोट के अंतर से हराया था. यादव को 69 हजार 351 और धनंजय को 48 हजार 141 वोट मिले थे. पारसनाथ यादव सपा के वरिष्ठ नेता थे. वो 6 बार विधायक और 2 बार सांसद रह चुके थे. कोरोना की वजह से उनका निधन हो गया था. इसके बाद हुए उपचुनाव में उनके बेटे लकी यादव जीते थे. 


UP Election 2022: अखिलेश यादव का बीजेपी पर तंज- 'अंत समय में लोग बनारस में ही रहना पसंद करते हैं'


बसपा का भी है जनाधार


वहीं मुंगरा बादशाहपुर में बसपा की सुषमा पटेल में बीजेपी की सीमा द्विवेदी को 5 हजार 920 वोट से हराया था. पटेल को 69 हजार 557 वोट और द्विवेदी को 63 हजार 637 वोट मिले थे. वहीं एससी के लिए आरक्षित मछली शहर सीट पर सपा के जगदीश सोनकर ने बीजेपी की अनीता रावत को 4 हजार 179 वोट से हराया था. सोनकर को 72 हजार 368 और रावत को 68 हजार 189 वोट मिले थे. मडियाहू में अपना दल की लीना तिवारी ने सपा की श्रद्धा यादव को 11 हजार 350 वोट से हराया था. तिवारी को 58 हजार 804 और यादव को 47 हजार 454 वोट मिले थे. जाफराबाद में बीजेपी के डॉक्टर हरेंद्र प्रसाद सिंह ने सपा के सचिंद्र नाथ त्रिपाठी को 24 हजार 856 वोट के अंतर से हराया था. सिंह को 85 हजार 989 वोट और त्रिपाठी को 61 हजार 124 वोट मिले थे. 


वाराणसी: प्रधानमंत्री के बनारस दौरे का दूसरा दिन, आज बीजेपी शासित राज्यों के सीएम की लेंगे परीक्षा, जानें मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम


एसी के लिए आरक्षित केराकत सीट पर बीजेपी के दिनेश चौधरी ने सपा के सनोज कुमार सरोज को 15 हजार 259 वोट के अंतर से हराया था. चौधरी को 84 हजार 78 और सरोज को 68 हजार 819 वोट मिले थे. 


लोकसभा की सीटों पर किसका है कब्जा


जौनपुर में लोकसभा की 2 सीटें हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जौनपुर सीट पर बसपा के श्याम सिंह यादव जीते थे. उन्होंने बीजेपी के कृष्ण प्रताप सिंह को हराया था. यादव को 5 लाख 21 हजार 128 और सिंह को 4 लाख 40 हजार 192 वोट मिले थे.  वहीं एससी के लिए आरक्षित मछली शहर सीट पर बीजेपी के भोलानाथ सरोज ने बसपा के त्रिभुवन राम को 181 वोट के मामूली अंतर से हराया था. सरोज को 4 लाख 88 हजार 397 और राम को 4 लाख 88 हजार 216 वोट मिले थे.