अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने अपर्णा बिष्ट यादव को समाजवादी पार्टी में ही बने रहने की सलाह दी है. उनका कहना है कि अपर्णा को पार्टी के लिए काम करना चाहिए, तब टिकट की मांग करनी चाहिए. दरअसल रविवार को इस बात की चर्चा थी कि अपर्णा बीजेपी में शामिल हो सकती हैं. अपर्णा मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं. उन्होंने 2017 का चुनाव सपा के टिकट से लखनऊ कैंट सीट से लड़ा था. उन्हें बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी ने 30 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया था.
अपर्णा यादव को दी यह सलाह
शिवपाल सिंह यादव ने अपर्णा यादव को नसीहत दी है कि उन्हें अभी सपा में ही रहना चाहिए. उन्हें पार्टी के लिए काम करना चाहिए, इसके बाद उन्हें टिकट के लिए उम्मीद करनी चाहिए. शिवपाल सिंह यादव ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह अपने उम्मीदवार प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के सिंबल पर ही उतारेंगे. उनके उम्मीदवारों का कोई अलग से सिंबल नहीं होगा. उन्होंने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट अखिलेश यादव को सौंप दी है. उन्होंने कहा कि 2022 में सपा की सरकार बनेगी और अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे.
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बीते कई दिनों से अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने की उम्मीद लगाई जा रही है. लेकिन वह अभी तक सपा में शामिल नहीं हुई हैं. ऐसी खबरें हैं कि वो लखनऊ कैंट से टिकट मांग रही हैं. इसका आश्वासन मिलने के बाद ही वो बीजेपी में शामिल होंगी. बीजेपी में इस सीट के लिए कई दावेदार हैं. निवर्तमान विधायक सुरेश तिवारी के अलावा सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे मयंक के लिए कैंट का टिकट मांग रही हैं. यह भी कहा जा रहा है कि अगर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा चुनाव लड़ते हैं तो उनके लिए भी कैंट सीट भी मुफीद हो सकती है. इसलिए बीजेपी अभी दुविधा में है. इसलिए अपर्णा की बीजेपी ज्वाइनिंग टलती जा रही है.
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समाजवादी पार्टी ने अपर्णा को लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ाया था. वो चुनाव हार गई थीं. वो कई बार कह चुकी हैं कि कैंट से टिकट उन्हें बिना मांगे मिला था. दरअसल लखनऊ कैंट सीट बीजेपी की परंपरागत सीट है. इसलिए अब अपर्णा को लग रह रहा है कि बीजेपी अगर उन्हें कैंट से टिकट दे देगी तो उनका विधानसभा जाने का सपना सच हो जाएगा.