UP Election 2022: इस सीट पर जिस पार्टी ने दर्ज की जीत, उत्तर प्रदेश में बनी उसी की सरकार
UP Election 2022: मेरठ जिले की हस्तिनापुर (Hastinapur) विधानसभा सीटी का इतिहास यह रहा है कि यहां से जो पार्टी जितती है, प्रदेश में उसी की सरकार बनती है. हालांकि कुछ चुनाव इसके अपवाद भी रहे हैं.
चुनाव को लेकर बहुत से मिथक होते हैं, जिसपर लोग विश्वास करते हैं. ऐसे ही मिथकों में से एक है कि किसी खास सीट पर जो पार्टी जीतती है, प्रदेश या केंद्र में उसी पार्टी की सरकार बनती है. आइए हम आपको बताते हैं, ऐसी ही एक सीट के बारे में. यह सीट है मेरठ जिले की हस्तिनापुर (Hastinapur) विधानसभा सीट (UP Assembly Election 2021). यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यहां से जो पार्टी जीतती है, प्रदेश में उसी की सरकार बनती आई है.
जो जीता वही सिकंदर
हस्तिनापुर एक ऐतिहासिक-पौराणिक शहर है. उत्तर प्रदेश में ऐसी मान्यता है कि इस सीट पर जिस पार्टी का उम्मीदवार जीतता है, प्रदेश में उसी की सरकार बनेगी. हाल के चुनाव पर नजर डालें तो 2002 के विधानसभा चुनाव में हस्तिनापुर सीट से सपा को जीत मिली थी. उस समय सपा के प्रभुदयाल वाल्मीकि विधायक चुने गए थे. तब सपा के मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री चुने गए थे. हालांकि उनसे पहले मायावती मुख्यमंत्री बनी थीं. इसी तरह 2007 के चुनाव में हस्तिनापुर सीट पर बसपा के योगेश वर्मा को जीत मिली थी. उनकी इस जीत के बाद मायावती मुख्यमंत्री बनीं और पूरे 5 साल तक सत्ता में रहीं. इसके बाद 2012 के चुनाव में सपा के प्रभुदयाल वाल्मीकि विधायक चुने गए. तब प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी. वहीं 2017 में चुनाव में बीजेपी से दिनेश खटीक ने हस्तिनापुर से जीत दर्ज की थी. उसके बाद प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी.
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इससे पहले 1957 से 1967 तक इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीतते रहे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती रही. वहीं 1974, 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी. और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी. इसके अलावा जब यहां से बीजेपी और जनता दल के उम्मीदवार जीते तब भी, उन दलों की सरकार बनी थी.
यहां से 1996 में निर्दलीय झग्गर सिंह जीते थे. साल 1989 के चुनाव में जनता दल के झग्गर सिंह, 1985 में कांग्रेस के हरशरण सिंह, 1980 में कांग्रेस के झग्गर सिंह, 1977 में जनता पार्टी के रेवती शरण मौर्य, 1974 में कांग्रेस के रेवती शरण मौर्य और 1969 में भारतीय क्रांति दल के आशाराम इंदू जीते थे.
हस्तिनापुर विधानसभा सीट पर कुल 3 लाख 25 हजार 202 मतदाता हैं. इनमें 1 लाख 81 हजार 209 पुरुष, 1 लाख 43 हजार 980 और 13 अन्य मतदाता हैं.