उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) की बिसात एक बार फिर बिछाई जा रही है. राजनीतिक दल गठजोड़ बनाने और उम्मीदवारों के चयन में लगे हैं. उम्मीदवारों के चयन का एक पैमाना धनबल और बाहुबल भी है. आइए नजर डालते हैं कि 2017 के विधानसभा के चुनाव में आपराधिक छवि वाले कितने विधायक चुने गए थे. खासतौर पर वो विधायक जिनपर गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज थे. 


चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) ने चुनाव आयोग में जमा विधायकों के एफिडेविट का विश्लेषण कर यह सूची बनाई है. गंभीर अपराधों में वो मामले शामिल हैं, जिनमें 5 साल या उससे अधिक की सजा हो सकती है. या वो धाराएं जो गैर जमानती हैं. इसमें हत्या, बलात्कार और अपहरण जैसे मामले शामिल हैं. 


UP Election 2022: क्या आपको पता है कि उत्तर प्रदेश के 10 सबसे अमीर विधायक कौन हैं


एडीआर का कहना है कि 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए विधायकों में से 107 विधायकों पर गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज थे. यह संख्या कुल विधायकों के 26 फीसदी के बराबर है. इससे पहले 2012 में चुने गए विधायकों में ऐसे विधायकों की संख्या 98 या 24 फीसदी थी. 


किस विधायक पर दर्ज हैं कितने मामले


गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमों वाले विधायकों की सूची में सबसे पहला नाम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का है. कुशीनगर के तमकुही राज विधानसभा सीट से जीते लल्लू पर कुल 16 मामले दर्ज थे. इसके अलावा मउ विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर जीते मुख्तार अंसारी का नाम है. उनके खिलाफ भी कुल 16 मामले दर्ज थे. भदोही जिले की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से जीते निषाद पार्टी के विजय कुमार मिश्र पर भी 16 मामले दर्ज थे.  


पूर्वी उत्तर प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले सोनभद्र की दुद्धी (एसटी) सीट से अपना दल के टिकट पर जीते हरिराम चेरो पर गंभीर धाराओं के तहत कुल 12 मामले दर्ज थे. 
 
कानपुर के बिठूर से बीजेपी के टिकट पर जीते अभिजीत सिंह सांगा पर गंभीर धाराओं के तहत 10 मामले दर्ज थे. हापुड़ जिले की धौलाना विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर जीते असलम अली पर भी गंभीर धाराओं के तहत 10 मामले दर्ज थे.   


लखीमपुर खीरी जिले के गोला गोकरन नाथ सीट से बीजेपी के टिकट पर जीते अरविंद गिरी पर 8 मामले दर्ज थे. बिजनौर जिले के धामपुर से जीते बीजेपी विधायक अशोक कुमार राना पर 8 मामले दर्ज थे. रायबरेली के सरेनी से विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह पर 8 मामले दर्ज थे. अयोध्या जिले की गोसाईगंज विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक इंदिरा प्रताप उर्फ खब्बू तिवारी पर भी 8 मामले दर्ज थे. वहीं बलिया के बैरिया विधानसभा सीट से जीते सुरेंद्र सिंह पर गंभीर धाराओं के तहत 8 मामले दर्ज थे. सुरेंद्र प्रताप सिंह अपने आपत्तिजनक बयानों के लिए मशहूर हैं.  


UP Election 2022: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू हैं यूपी के सबसे 'गरीब' विधायक