चुनाव आयोग ने शनिवार को उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश से एक और बड़ी खबर आई. कानपुर पुलिस के कमिश्नर असीम अरुण ने विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस ले लिया है. खबर है कि वो कन्नौज सदर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में दी है.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात


वीआरएस की खबर आने से पहले असीम अरुण ने शनिवार को दोपहर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया रह चुके हैं. दलित समाज से आने वाले 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी असीम अरुण को उत्तर प्रदेश पुलिस का एक तेजतर्रार अधिकारी माना जाता है. 



असीम अरुण ने फेसबुक पर लिखा, ''मैंने एच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए आवेदन किया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं. मैं बहुत गौरवांवित अनुभव कर रहा हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे बीजेपी की सदस्यता के योग्य समझा. मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं और पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को सार्थक बनाऊं.''


चुनाव जीतने के बाद क्या-क्या करेंगे


उन्होंने लिखा है, ''मैं प्रयास करूंगा कि महात्मा गांधी द्वारा दिए गए तिलस्म कि सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करूं, आईपीएस की नौकरी और अब यह सम्मान, सब बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए रचित व्यवस्था के कारण ही संभव है. मैं उनके उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति और जनजाति एवं सभी वर्गों के भाइयों और बहनों के सम्मान, सुरक्षा और उत्थान के लिए कार्य करूंगा. मैं समझता हूं कि यह सम्मान मुझे मेरे पिता स्वर्गीय श्रीराम अरुण एवं माता स्वर्गीय शशि अरुण के पुण्य कर्मों के प्रताप के कारण ही मिल रहा है.''


उन्होंने लिखा है, ''मुझे केवल एक ही कष्ट है कि अपनी अलमारी के सबसे सुंदर वस्त्र, अपनी वर्दी को अब नहीं पहन सकूंगा. मैं साथियों से विदा लेते हुए वचन देता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेशा सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा. आपको मेरी ओर से एक जोरदार सैल्यूट.''