UP Assembly Election 2022: अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी शनिवार को उत्तर प्रदेश के शामली पहुंचे, जहां उन्होंने हिंदू-मुस्लिम के सौहार्द बिगाड़ने वाले राजनीतिक दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिन्ना का समर्थन करने वाले लोग 1947 में पाकिस्तान जा चुके थे. भारत में जिन्ना की जो लोग बात कर रहे हैं, वह हिंदू-मुस्लिम एकता को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं. हिंदुस्तान में मुस्लिम बाई चांस नहीं, बाय चॉइस है. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों की बात करने वाले एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी हिंदू और मुस्लिमों के दुश्मन हैं, जो उत्तर प्रदेश में दंगा करना चाहते हैं और हिंदुस्तान का मुसलमान ऐसा नहीं होने देगा.
अशफाक सैफी ने कहा कि मुस्लिमों को बढ़ावा देने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हाथ में कुरान और एक हाथ मे कंप्यूटर देने का काम किया है, जिससे देश बदल रहा है. अब मदरसों में आमिल और कामिल के अलावा गणित एवं साइंस की पढ़ाई से मुस्लिम भी आईएएस बन सकेंगे. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुस्तान में हिंदू-मुस्लिम एकता पहले से ही रही है. कुछ राजनीतिक लोग इस फिजा को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. ओवैसी जैसे लोग हिंदू और मुस्लिम लोगों के बीच खाई पैदा कर रहे हैं. ओवैसी हिंदू-मुस्लिम की बात करते हैं, जिसमें वह है जिन्ना जैसे लोगों का राजनीतिक जिक्र करते हुए माहौल खराब करने का काम करते हैं. उत्तर प्रदेश का मुस्लिम अब सब कुछ समझ चुका है वह इस तरह की घटनाएं नहीं होने देगा.
मुसलमान हिंदुस्तान छोड़कर नहीं जाएगा: अशफाक सैफी
अशफाक सैफी ने कहा कि अब मुस्लिम जान गया है कि जंग-ए-आजादी में हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया है, इसलिए यह हिंदुस्तान हमारा है. हम हिंदुस्तान छोड़कर नही जाएंगे. कुछ राजनीतिक दल सिर्फ दंगा चाहते हैं, जो जिन्ना के समर्थक है. आज उनकी वजह से ही मुस्लिमों की यह दयनीय स्थिति है. आज हमारे हिंदुस्तान के जो दो भाग हुए हैं यह केवल जिन्ना की देन है. इसलिए मुसलमान कभी जिन्ना को पसंद नहीं कर सकता. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए अशफाक सैफी ने कहा कि राजनीतिक पार्टी के लोगों ने हमारे स्वतंत्रता सेनानी और महापुरुषों की तुलना जिन्ना से की है. ऐसे लोगों को ये जनता माफ नहीं करेगी.
'देश को बदनाम करने वाले को 2022 में नहीं आने देना है'
उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने इस देश की आजादी में अपना बलिदान दिया है. यह देश जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का भी है. हमारे देश में पाकिस्तान के जीतने पर जिंदाबाद के नारे नहीं लगने चाहिए और जो लोग देश को बदनाम करते हैं, ऐसे लोगों को 2022 के विधानसभा चुनाव में नहीं आने देना है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के असली हितैषी बनने वाले, असल में मुस्लिमों के असली दुश्मन है. देश में हिंदू-मुस्लिम एकता का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू की उंगली काटोगे और मुसलमान की उंगली काटोगे तो खून लाल ही निकलेगा. हमारे बीच में मतभेद करने वाले राजनीतिक लोग होते कौन हैं.
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