मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर में विधानसभा चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करेंगे. इससे पहले उन्होंने गुरुवार को लखनऊ में उन्होंने पिछले 5 साल में अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में उत्तर प्रदेश देश में दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बना है. उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की सालाना बजट 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का है. इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में कोरोनाकाल में हुए राहत और बचाव कार्यों का विवरण दिया.
योगी आदित्यनाथ सरकार के मील के पत्थर
योगी आदित्नाथ ने कहा कि आज मेरी टीम के महत्वपूर्ण सदस्य केशव प्रसाद मौर्य का नामांकन है. मैंने सुबह ही उन्हें शुभकामनाएँ दे दी है. उन्होंने कहा कि 5 साल का कार्यकाल पूरा कर रही है सरकार. जब 5 साल पहले चुनाव हो रहे थे तब हमने कुछ संकल्प लिए थे, उसी दिशा में पिछले 5 सालों में जो कुछ किया है, उसकी रिपोर्ट देने मैं यहाँ आया हूँ. पाँच में से तीन साल निर्विघ्न रूप से बेहतरी की ओर हम निरंतर बढ़ते रहे. लेकिन अगले दो साल कोरोना महामारी हमारे लिए जीवन और जीविका दोनों के लिए चुनौती बनकर आई थी. भारत में इस महामारी से निपटने के लिए जो प्रयास किए, उसकी पूरे विश्व में सराहना हुई. आज उसी का परिणाम है कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य कोविड प्रबंधन में सबसे बेहतरीन काम किया. उन्होंने कहा कि आज शत-प्रतिशत आबादी को पहली डोज मिल गई है. और सत्तर फीसदी से अधिक ने दूसरी डोज ले ली है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 साल में बीजेपी ने अपने संकल्पों के हिसाब से काम किया. उन्होंने कहा कि 5 साल पहले हमने जनता से जो वादे किए वो सब पूरे किए हैं. बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित इस प्रेस कांफ्रेंस में उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, बीजेपी के उत्तर प्रदेश के उपचुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर और बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रमुख कौशल किशोर भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उनके कार्यकाल में उत्तर प्रदेश ने कुछ मील के पत्थर भी स्थापित किए हैं. उन्होंने बताया कि आजादी से बाद से उत्तर प्रदेश देश में 6-7वें नंबर की अर्थव्यवस्था थी. लेकिन हमने पिछले 5 साल में उत्तर प्रदेश के देश में दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बना दी है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि 1947 से 2017 तक उत्तर प्रदेश में सालाना प्रतिव्यक्ति आय 45-46 हजार रुपये थी. लेकिन हमारी सरकार के कामकाज की वजह से यह 94 हजार रुपये सालाना हो गई है. उन्होंने कहा कि 2015 में उत्तर प्रदेश का बजट 2 लाख करोड़ रुपये की थी. लेकिन अब यह 6 लाख करोड़ का बजट हो चुका है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से लड़ाई
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में 18 साल से अधिक आयु के हर योग्य व्यक्ति को कोविड टीके की पहला डोज लग चुकी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के 70 फीसदी से अधिक योग्य लोगों को कोरोना के टीके की दूसरी डोज लग चुकी है. उन्होंने बताया कि 60 साल अधिक आयु के 15 लाख 38 हजार 992 लोगों को प्रिकाशन डोज लग चुकी है. उन्होंने बताया कि अबतक 15 से 17 साल आयु वर्ग के 17 लाख से अधिक लोगों को टीक की पहली डोज लग चुकी है. उन्होंने बताया कि इस तरह प्रदेश में लोगों को अबतक टीके की 26 करोड़ 48 लाख से अधिक डोज लग चुकी है.
उन्होंने बताया कि कोरोना के पहले सीजन में राजस्थान के कोटा में फंसे हजारों छात्रों को वापस लाया गया. वहीं दूसरे राज्यों से 40 लाख से अधिक प्रवासी कामगार और श्रमिकों को वापस लाया गया और उन्हें सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया. उन्होंने बताया कि इन लोगों के खाद्यान की भी व्यवस्था की गई. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना के दूसरे सीजन में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए अबतक 591 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट लागाए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि जिस उत्तर प्रदेश में पुलिस रिफार्म एक सपना था, क्योंकि कोई सोचता ही नहीं था. सत्ता में आने के बाद पुलिस राजनीतिक एजेंडा का हिस्सा हो जाता था. हमने डेढ़ लाख पुलिसकर्मियों की निष्पक्ष तरीके से भर्ती का काम पूरा किया.