चुनाव आयोग अब से कुछ देर बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने वाला है. इससे पहले आइए हम आपको बताते हैं कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में हिस्सा ले रही किस राजनीतिक पार्टी ने युवाओं के लिए क्या-क्या वादे किए हैं. इसमें सरकार बनने पर नौकरी देने से लेकर फ्री में स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट और स्कूटी तक के वादे शामिल हैं.


कांग्रेस का वादा


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 2 दिसंबर को मुरादाबाद में आयोजित प्रतिज्ञा रैली में घोषणा की थी कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर 20 लाख नौकरियां दी जाएंगी. कांग्रेस ने 12वीं पास करने वाली छात्राओं के लिए फ्री स्मार्टफोन और स्कूटी का वादा पहले ही कर दिया था.


राष्ट्रीय लोकदल का वादा


पश्चिम उत्तर प्रदेश की पार्टी मानी जाने वाली राष्ट्रीय लोकदल ने कहा है कि प्रदेश में उसकी सरकार बनने पर निजी और सरकारी क्षेत्र में 1 करोड़ नौकरियां दी जाएंगी. युवाओं को लुभाने के लिए ही रालोद ने पुलिस की नौकरी के लिए आवेदन करने की आयु सीमा बढ़ाकर 28 साल कर देने की घोषणा की है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रालोद का समाजवादी पार्टी से गठबंधन होने वाला है. ऐसे में यह देखना होगा कि रालोद के इस वादे पर सपा का क्या रुख होता है.


समाजवादी पार्टी


समाजवादी पार्टी ने अभी चुनाव को लेकर कोई घोषणा पत्र जारी नहीं किया है. लेकिन पोस्टरों के जरिए वह युवाओं को लुभाने की कोशिश कर रही है. समाजवादी 
ने कहा है कि उसकी सरकार बनने पर 10 लाख युवाओं को नौकरी दी जाएगी. 


बसपा का वादा


मुख्य तौर पर दलितों की पार्टी मानी जानी वाली बहुजन समाज पार्टी चुनाव को लेकर कोई घोषणा पत्र जारी नहीं करती है. पार्टी प्रमुख मायावती ने अभी पिछले महीने ही कहा था कि बसपा घोषणा पत्र जारी करने नहीं बल्कि काम करके दिखाती है. पार्टी ने कहा है कि उसकी सरकार बनने पर प्रदेश के सरकारी विभागों में खाली पड़े सभी पदों को भरा जाएगा. इसके अलावा बसपा ने महिलाओं को राजनीति और सरकारी नौकरियों में 50 फीसदी आरक्षण देने का भी वादा किया है.


बीजेपी का दावा


प्रदेश में सरकार चला रही बीजेपी ने युवाओं को रोजगार को लेकर कोई वादा नहीं किया है. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था. लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस साल जुलाई में दावा किया था कि उनके साढ़े चार साल के कार्यकाल में 6 लाख 65 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गई हैं. सरकार का दावा था कि बीजेपी सरकार ने सपा और बसपा की सरकारों से अधिक युवाओं को रोजगार दिया है.