न्यूज एजेंसी आईएएनएस और सीवोटर ने बीजेपी और मुसलमानों के बीच पैदा हुई खाई के लिए जिम्मेदार तत्वों का पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण किया है. इसमें सबसे अधिक 41 फीसदी  लोगों का कहना है कि इस खाई के लिए बीजेपी के क्षेत्रीय और राज्य स्तर के नेताओं को जिम्मेदार बताया है.  इस सर्वेक्षण में दो तरह के लोगों ने अपनी राय दी है. पहले वो लोग हैं, जो बीजेपी के नेतृत्व वाले धड़े राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को वोट देते हैं. दूसरे वो वोटर जो विपक्षी पार्टियों को वोट देते हैं.


बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार कौन मानता है


बीजेपी और मुसलमानों के बीच के पैदा हुई खाई के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार मानने वालों में 20.9 फीसदी लोग एनडीए को वोट देने वाले थे. वहीं विपक्षी दलों को वोट देने वाले 36.9 फीसदी लोगों ने इस खाई के लिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार माना. वहीं औसतन 30.4 फीसदी लोग इसके लिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार मानते हैं. 


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इन लोगों से अगला सवाल यह पूछा गया कि क्या वो इस खाई के लिए बीजेपी के राज्यस्तरीय आ क्षेत्रीय नेताओं को जिम्मेदार मानते हैं. इस सवाल पर एनडीए को वोट देने वाले 50.5 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. वहीं विपक्षी पार्टियों को वोट देने वाले 34.5 फीसदी वोटर ने इसके लिए बीजेपी के राज्यस्तरीय आ क्षेत्रीय नेताओं को जिम्मेदार माना. वहीं कुल 41 फीसदी लोगों ने इसके लिए बीजेपी के राज्यस्तरीय या क्षेत्रीय नेताओं को जिम्मेदार माना. 


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जब उनसे यह पूछा गया कि क्या इस खाई के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं. इस सवाल पर बीजेपी के नेतृत्व वाले धड़े को वोट देने वाले 28.6 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. विपक्षी दलों को वोट देने वाले 28.6 फीसदी और कुल 28.6 फीसदी लोगों ने इसके लिए आरएसएस के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार माना.