UP Election 2022: योगी सरकार का दावा, किसान कल्याण में सपा से आगे हैं, जानिए आंकड़े क्या कहते हैं
UP Assembly Election 2022
विधानसभा चुनाव से कुछ पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं. उन्होंने बीते दिनों किसानों के लिए गए कार्यों को लेखा जोखा पेश किया. इसमें केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाएं शामिल हैं. योगी आदित्यनाथ की सरकार का दावा है कि उनकी सरकार दूसरी पार्टियों की सरकारों के मुकाबले किसानों के लिए बेहतर है. योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बताया कि उनकी सरकार 2012-2017 के दौरान रही सपा की सरकार से कैसे बेहतर रही.
खेती किसानी का हाल आंकड़ों की जुबानी
योगी सरकार की इस कोशिश को कृषि कानूनों के विरोध में पैदा हुई किसानों की नाराजगी को कम करने के रूप में देखा जा रहा है. सरकार की ओर से विधानसभा में पेश आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब 2012 से 2017 तक 144 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ था. वहीं 2017 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से से 2021 तक 171 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ. वहीं 2012 से 2017 तक- 349 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ. योगी सरकार में 2017 से 2021 तक 375 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ.
सपा सरकार में 2012 से 2017 तक 74 लाख मीट्रिक टन दलहन का उत्पादन हुआ. वहीं 2017 से 2021 तक 95 लाख 90 हजार मीट्रिक टन दलहन का उत्पादन हुआ. वहीं अगर तिलहन की बात करें तो 2012 से 2017 तक 41.76 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ. योगी सरकार में 2017 से 2021 तक 69.67 लाख मीट्रिक टन तिलहन का उत्पादन हुआ.
योगी आदित्यनाथ की सरकार के मुताबिक 2012 से 2017 के बीत 123 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई. वहीं 2017 से 2021 तक 244 लाख मीट्रिक टन धान सरकार खरीद चुकी है. धान की खरीद अभी जनवरी 2022 तक चलेगी. सरकार के मुताबिक 2012 से 2017 तक 94 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई. वहीं 2017 से 2021 तक 210 लाख मीट्रिक टन गेहूं सीधे किसानों से खरीदा गया.
कितने किसानों को हुआ लाभ
उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक 2012 से 2017 तक 14 लाख 87 हजार धान किसानों को लाभ हुआ. वहीं गेहूं के 19 लाख 2 हजार किसानों को लाभ पहुंचा. योगी सरकार में 2017 से 2021 तक 31 लाख 88 हजार धान किसानों को लाभ मिला. वहीं गेहूं पैदा करने वाले 43 लाख 75 हजार लाभान्वित हुए.
सपा सरकार में 2012 से 2017 तक गेहूं किसानों को 12 हजार 800 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. वहीं 2017 से 2021 तक 36 हजार 405 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. वहीं धान की खरीद में 2012 से 2017 तक किसानों को 17 हजार 190 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. वहीं 2017 से 2021 तक 41 हजार करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजे गए.
गन्ना किसानों को भुगतान
सरकार के मुताबिक 2012 से 2017 तक किसानों को 90 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया. वहीं 2017 से 2021 तक 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया.
वहीं केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई किसान सम्मान निधि से 2 करोड़ 54 हजार किसानों को लाभ मिला. इन किसानों के खातों में 37 हजार 521 करोड़ रुपये भेजे गए. वहीं अगर किसानों की कर्जमाफी की बात करें तो 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद से 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ रुपये की कर्जमाफी हुई.