UP Election Result 2022: सभी सीटों पर अपनी जमानत बचा पाने में कामयाब रहे बीजेपी के सहयोगी, जानिए सपा, बसपा और कांग्रेस का हाल
UP Assembly Election Result 2022 : जमानत गंवाने के मामले में कांग्रेस सबसे आगे रही. उसने 399 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 387 पर उसकी जमानत जब्त हो गई. बसपा 290 सीटों पर अपनी जमानत नहीं बचा पाई.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के नतीजे आ गए हैं. बीजेपी 255 सीट जीतकर फिर सरकार बनाने जा रही है. बीजेपी ने अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. चुनाव परिणामों का विश्लेषण जारी है. इसमें पता चला है कि बीजेपी के सहयोगी दल जिन सीटों पर चुनाव लड़े, वहां वो अपनी जमनात बचा पाने में कामयाब रहे. आइए जानते हैं कि किस पार्टी के कितने उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई.
किस पार्टी की कितने सीटों पर जब्त हुई जमानत?
सबसे पहले बात देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव 399 सीटों पर लड़ा था. इनमें से 387 सीटों पर उसकी जमानत तक जब्त हो गई. वहीं 403 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बसपा 290 सीटों पर अपनी जमानत नहीं बचा पाई.
समाजवादी पार्टी ने इस बार ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और जयंत चौधरी के राष्ट्रीय लोकदल और अपना दल (कमेरावादी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा ने 347 सीटों पर चुनाव लड़ा था. लेकिन वह 6 सीटों पर अपनी जमानत नहीं बचा पाई है. सुभासपा ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वह 5 सीटों पर अपनी जमानत नहीं बचा पाई है. आरएलडी ने जिन 33 सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से 3 सीटों पर उसकी जमानत नहीं बची. इसी तरह अपना दल (कमेरावादी) ने जिन 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 3 पर वह अपनी जमानत जब्त करा बैठी.
बीजेपी 3 सीटों पर बचा नहीं पाई अपनी जमानत
बीजेपी ने प्रदेश की 403 में से 376 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इनमें से वह 3 सीटों पर जमानत नहीं बचा पाई है.बीजेपी की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा. वह सभी सीटों पर अपनी जामनत बचा पाने में सफल रही. इसी तरह निषाद पार्टी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी सीटों पर अपनी जमानत बचा पाने में सफलता पाई है.
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार कुल 4 हजार 442 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. इनमें से 3 हजार 522 उम्मीदवार अपनी जमानत गवां बैठे हैं. चुनाव में कुल पड़े वैध वोटों का छठवां हिस्सा वोट पाने वाला उम्मीदवार ही जमानत की राशी बचा पाता है.