UP Monsoon Session 2024: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार (29 जुलाई) से शुरू होने जा रहा है. 29 जुलाई से शुरू होने वाला यूपी का मानसून सत्र यूं तो दिन के लिहाज से बेहद छोटा है. यह सत्र 29 जुलाई से शुरू होकर दो अगस्त को खत्म हो जाएगा पर सियासी सरगर्मी के लिहाज से यह सत्र काफी जोरदार माना जा रहा है.


2024 लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला विधानसभा का सत्र है जो होने जा रहा है. इस सत्र में अखिलेश यादव की जगह कोई और नेता प्रतिपक्ष का रोल निभा रहा होगा. जिस तरीके से दिल्ली की संसद में विपक्ष आक्रामक होता हुआ दिख रहा है. उस कड़ी में यूपी का सत्र भी हंगामेदार होने का आसार है. विपक्ष ने इस सत्र में सरकार को अलग-अलग सवालों पर घेरने की रणनीति शुरू कर दी है.


सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष


अखिलेश यादव के न रहने पर किसको नेता प्रतिपक्ष का पद मिलता है और वो किस तरीके से सरकार को घेरते हैं इस पर सभी की निगाहें टिकी होंगी. वहीं जिस तरीके से अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में चल रही सियासी सरगर्मियों के बीच अलग-अलग सोशल मीडिया पोस्ट की है उन बातों पर भी सदन में बयानबाजी हो सकती है. विपक्ष सरकार को पेपर लीक के मुद्दे पर भी घेरने के मूड में है.


बीजेपी के बागी विधायक किसे देंगे समर्थन 


पिछले दिनों राज्यसभा के चुनाव के दौरान जो विधायक बागी होकर बीजेपी की तरफ चले गए थे. उन विधायकों को लेकर की भी यह सदन यह सत्र बेहद खास होगा. क्या वह बागी विधायक सपा की तरफ बैठते हैं या बीजेपी की तरफ बैठते हैं यह देखना दिलचस्प होगा. वहीं अलग-अलग मुद्दों पर यह विधायक किसका समर्थन करते हैं यह अभी अपने आप में बड़ा रोचक रहने वाला है.


अखिलेश यादव ने अलग-अलग समय पर यह साफ कर दिया है कि वह बागी विधायकों को अपने पाले में लेने के मूड में नहीं है और जो लोग बागी विधायकों को लाने के लिए प्रयास करेंगे उन पर भी कार्रवाई हो सकती है. इस कड़ी में बागी विधायक किसका पक्ष लेते हैं सदन में रहते हुए, यह देखना दिलचस्प होगा.


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