UP Assembly Session: उत्तर प्रदेश में विधानसभा में गुरुवार को मानसून सत्र (UP Assembly Monsoon Session) के दौरान महिला विधायकों के लिए खास दिन है. इस दिन केवल महिला विधायक केवल महिला विधायक ही अपनी बातों को रखेंगी. इसकी घोषणा विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana) ने बीते दिनों तक दी थी. उन्होंने कहा था, "22 सितंबर का दिन केवल राज्य की महिला विधायकों के लिए आरक्षित रहेगा. इस दिन केवल महिला सदस्यों को बोलने का मौका दिया जाएगा." ऐसे में हम जानते हैं कि इस बार विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या कितनी हैं? विधानसभा में महिलाओं के लिए क्या तमाम बड़े मुद्दे हैं?


पहले बात यूपी विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या पर करते हैं. इस बार विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या 47 है. सबसे ज्यादा 29 विधायक बीजेपी से हैं. जबकि सबसे कम एक विधायक कांग्रेस पार्टी से है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी से 14 और अपना दल (एस) से तीन महिला विधायक चुन कर विधानसभा में पहुंची हैं. जबकि दूसरी ओर बसपा, सुभासपा और आरएलडी से कोई महिला विधायक विधानसभा में नहीं है. जबकि विधानमंडल में अभी पांच महिला विधायक हैं. 


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कैबिनेट में हैं ये मंत्री
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में पांच महिलाओं को मंत्री के तौर पर जगह मिली है. इन महिलाओं में पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, गुलाब देवी, प्रतिभा शुक्ल, विजय लक्ष्मी गौतम और रजनी तिवारी शामिल हैं. अब महिलाओं द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों की बात करे लें. विधानसभा में सबसे खास और बड़ा मुद्दा महिलाओं के खिलाफ यूपी में बीते दिनों बढ़ा अपराध है.


बीते दिनों में महिलाओं के साथ लखीमपुर और बरेली की घटनाओं की हर जगह चर्चा हुई है. ऐसे में महिला सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा रहा है. हालांकि बीते सालों में राज्य की पुलिस में महिलाओं की संख्या काफी बढ़ी है. इसके अलावा शिक्षा और रोजगार से महिलाओं को जोड़ने के लिए भी खास प्रयास काफी जरूरी हैं. 


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