लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है, इस सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष जहां काननू व्यवस्था, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध गन्ना किसानों के बकाया जैसे मुद्दों पर सरकार को सदन में घेरने का काम करेगी तो वहीं सत्र के शुरू होने से पहले आज लखनऊ में  विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, समाजवादी पार्टी से नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी और दूसरी विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए।


सभी ने जताई सहमति


बैठक में सत्र के दौरान सदन को सुचारू रूप से चलाने पर सभी दलों के बीच सहमति बनी साथ ही कार्य मंत्रणा की बैठक में यह भी तय हुआ कि सदन 18 जुलाई से शुरू होकर अगले शुक्रवार यानी 26 जुलाई तक चलेगा, और 23 जुलाई को सदन में सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी। सर्वदलीय बैठक के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिये सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, और बैठक में सभी दलों के नेताओं की ओर से ये आश्वासन भी मिला है कि वो सदन को ठीक ढंग से चलाने में सरकार को सहयोग करेंगे। वहीं उनसे जब ये पूछा गया कि साल में 90 दिन सदन चलाने का जो नियम है वो तो पूरा नही हो पा रहा है इस पर उनका कहना था कि जब से वो अध्यक्ष बने हैं तबसे सदन में क्वालिटी बहस हुई है और उनकी कोशिश है कि सदन को ज्यादा दिन चलाया जाए जिससे सार्थक मुद्दों पर सदन में चर्चा हो सके।


फेल हुई है सरकार


वहीं, विपक्षी दलों ने भी सदन में सरकार को घेरने की अपनी तैयारी पूरी कर ली है। बीएसपी का साफ तौर पर कहना है कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर ये सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है, महिलाओं के प्रति अपराध बढ़े हैं, लगातार हत्याऐं हो रही हैं, और सदन में बीएसपी इन्ही मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का काम करेगी। वही 23 जुलाई को सदन में पेश होने अनुपूरक बजट को लेकर भी बसपा ने योगी सरकार पर निशाना साधा है, बसपा के सीनियर नेता और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर का कहना है कि सरकार अभी अपने मूल बजट का पैसा ही पूरी तरह से खर्च नही कर पाई और अब अपने अनाप शनाप ख़र्चों को पूरा करने के लिये ये अनुपूरक बजट ला रही है, वहीं सत्र की छोटी अवधि को लेकर भी उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए।



सोनभद्र हिंसा बनेगी मुद्दा


18 जुलाई को सत्र के पहले दिन आगरा से बीजेपी के विधायक रहे जगन प्रसाद गर्ग के निधन पर शोक प्रस्ताव आएगा और उसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी।  लेकिन जाहिर है कि मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए तमाम मुद्दे मौजूद हैं और सोनभद्र की घटना ने विपक्ष को सरकार पर निशाना साधने का एक बड़ा मौका दे दिया है।