UP Monsoon Session 2024: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार (29 जुलाई) से शुरू होने जा रहा है, जो 29 जुलाई को 11 बजे से शुरू होगा. यूपी विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने शुक्रवार (19 जुलाई) को इसकी जानकारी दी है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने यूपी की अठारहवीं विधानसभा की दूसरी सत्र को शुरू करने की अनुमति दी है. 


यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष योगी सरकार के कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर सकता है. इसके साथ ही विपक्ष महंगाई पर भी सरकार से सवाल कर सकता है. यूपी में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस विधानसभा सत्र के दौरान योगी सरकार को आसमान छू रहे अरहर के दाल, फल और सब्जियों के दामों के साथ ही महंगाई को रोक पाने में विफल होने पर घेरने की पूरी कोशिश कर सकती है. 


कानून व्यवस्था पर उठा सकते हैं सवाल


इसके साथ ही विपक्ष विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कानून व्यवस्था और प्रदेश में धर्म के नाम पर हो रहे मॉब लिंचिंग और आवारा फिर रहे पशुओं को भी मुद्दा बना सकती है. कयास ये भी लगाया जा रहा है कि विपक्षी पार्टियां कांवड़ यात्रा को लेकर बनाए गए नए नियम को मुद्दा बना सकती है. इस नए नियम के तहत कांवड़ मार्ग पर दुकानदारों को अपना नेमप्लेट लगाना अनिवार्य है. 


मॉब लिंचिंग के मुद्दों पर घेरने की तैयारी 


समाजवाद पार्टी अलीगढ़ में हाल ही हुए मॉब लिंचिंग का भी जिक्र कर सकती है. बता दें कि अलीगढ़ के इलाके मामू भांजे में 18 जून को एक युवक को चोर समझकर भीड़ ने मार डाला था. इस हादसे के बाद सपा चीफ अखिलेश यादव ने योगी सरकार के कानून व्यवस्था पर सवाल भी खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि 'चुनाव में पराजय के बाद जिस तरह उप्र में कन्नौज, फ़िरोज़ाबाद और अलीगढ़ में प्रशासनिक विफलता की वजह से हत्या और फसाद हुआ है, वो निंदनीय है. भाजपा सरकार किस वजह से ऐसे उत्पीड़न पर उतारू है, इसे जनता समझती है. दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई में यूपी की जनता क्यों पिसे. पराजय से जन्मा ये प्रतिशोध सामाजिक आक्रोश को ही जन्म देगा. इससे किसी का भला होने वाला नहीं. निंदनीय.''


यूपी के सहारनपुर के दो युवकों की छत्तीसगढ़ में मॉब लिंचिंग से मौत हो गई थी. गौ तस्करी के आरोप में 10-12 युवकों ने घेरकर यूपी के तीन युवकों इतना पीटा था कि दो युवकों की मौत हो गई थी, जबकि तीसरे को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. आगरा और फिरोजाबाद में हत्या से हड़कंप मच गया था और काफी बवाल भी हुआ था. ऐसे में विपक्ष इन मुद्दे को मानसून सत्र में उठा सकती है बीजेपी को घेर सकती है.


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