UP Assembly Session 2024: यूपी विधानसभा का सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित, अखिलेश यादव ने बजट पर उठाए सवाल
UP Vidhansabha Budget Session: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा सत्र के समापन से पहले बजट पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि भारी भरकम बजट की राशि होने के बावजूद सरकार खर्च करने में फिसड्डी रहती है.
![UP Assembly Session 2024: यूपी विधानसभा का सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित, अखिलेश यादव ने बजट पर उठाए सवाल UP Assembly Session 2024 adjourned sine die Akhilesh Yadav questions on Budget UP Assembly Session 2024: यूपी विधानसभा का सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित, अखिलेश यादव ने बजट पर उठाए सवाल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/10/baddb0d717750b8aea5f1897601308941707573195688211_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
UP Vidhansabha Budget Session 2024: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया. 18वीं विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत 2 फरवरी से हुई थी. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को सदन में उत्तर प्रदेश के बजट पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि सरकार हर बार बड़ा बजट पेश करती है और खर्च करने में फिसड्डी रहती है. उन्होंने अलग-अलग विभागों को पिछले वर्ष बजट का आवंटन और खर्च का मुद्दा उठाया.
सपा प्रमुख ने यूपी के बजट पर उठाए सवाल
सपा प्रमुख ने कहा कि विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था के 80 करोड़ लोग सरकारी राशन पर निर्भर हैं. उन्होंने जानना चाहा कि 80 करोड़ लोगों का जीवन स्तर कब बेहतर होगा. देश की बड़ी आबादी आज भी गरीबी रेखा से नीचे जीने को मजबूर है. अखिलेश यादव ने अग्निपथ योजना के जरिए अग्निवीरों की भर्ती का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सेना में युवाओं को मात्र चार साल के लिए नौकरी मिल रही है. वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराये में छूट नहीं है. बीजेपी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था.
'सरकार दे पिछले साल का हिसाब किताब'
क्या किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हुई. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार लोगों का जीवन स्तर बेहतर नहीं करना चाहती है. सिर्फ वोट की राजनीति करती है. आरोप प्रत्यारोप के बीच सरकार ने बजट सत्र समाप्त करने की घोषणा की. बता दें कि उत्तर प्रदेश के बजट का आकार पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ाया गया है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 5 फरवरी को 7 लाख 36 हजार 437 करोड़ 71 लाख का बजट पेश किया. पिछले साल योगी सरकार के बजट का आकार 6.90 लाख करोड़ का था. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने आठवीं बार सदन के पटल पर बजट पेश किया. सदन में आरोप प्रत्यारोप के बीच सरकार ने 10 फरवरी को विधानसभा सत्र समाप्त करने की घोषणा की.
यूपी विधानसभा बजट सत्र के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "2017 मे हमने अपना पहला बजट मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम को साक्षी मानकर प्रस्तुत किया था और आज जब हमने 8वां बजट पेश किया है. तब अयोध्या में प्रभु रामलला का भव्य मंदिर बनकर तैयार है और रामलला वहां विराजमान हो चुके हैं. अमृतकाल के इस पहले बजट में रामराज्य के अवधारणाओं को समावेश करने का प्रयास हुआ है. हो सकता है कि विरोधी दल को बजट के आकार को लेकर अपत्ति हो क्योंकि पहली बार यूपी का बजट देश के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे बड़ा बजट है."
UP Politics: शिवपाल यादव के बयान पर ओम प्रकाश राजभर का पलटवार, सपा नेता से पूछा ये तीखा सवाल
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)