UP Politics: 'भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी को बचा लिया..', सीएम योगी पर भड़कीं पल्लवी पटेल, कसा तंज
Pallavi Patel: पल्लवी पटेल ने प्राविधिक संस्थानों में नियमों के विरुद्ध पदोन्नति का आरोप लगाया है. इस मुद्दे को वो सोमवार को भी सदन में उठाना चाहती थी लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया,
Pallavi Patel: अपना दल कमेरावादी की नेता और सिराथू सीट से सपा विधायक पल्लवी पटेल ने एक बार फिर से सदन में उन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं देने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सदन में असंवैधानिक तरीके से उनकी आवाज को दबा दिया गया वो भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना चाहती थीं.
सपा विधायक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट लिखकर निशाना साधा और कहा कि 'एक बार फिर पिछडे वर्ग की महिला विधायक की भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज को सदन में असंवैधानिक रूप से दबा दिया गया. उत्तर प्रदेश सरकार ने "भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी " दोनों को बचा लिया इसके लिये सीएम योगी आदित्यनाथ अवश्य ही गर्व कर सकते है. जय भ्रष्टाचार की.'
एक बार फिर पिछडे वर्ग की महिला विधायक की भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज को सदन में असंवैधानिक रूप से दबा दिया गया।
— Dr. Pallavi Patel (@pallavi_apnadal) December 18, 2024
उत्तर प्रदेश सरकार ने "भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी " दोनों को बचा लिया इसके लिये @myogiadityanath अवश्य ही गर्व कर सकते है।
जय भ्रष्टाचार की...@UPTakOfficial…
पल्लवी पटेल ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
पल्लवी पटेल ने प्राविधिक संस्थानों में नियमों के विरुद्ध पदोन्नति का आरोप लगाया है. इस मुद्दे को वो सोमवार को भी सदन में उठाना चाहती थी लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया, जिसके बाद वो विधानसभा परिसर में ही धरने पर बैठ गईं थी. लेकिन देर रात को संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना पहुंचे और उन्होंने आश्वास देकर उनका धरना खत्म कराया और कहा कि उन्हें अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा. लेकिन मंगलवार को भी पल्लवी पटेल को अपनी बात रखने नहीं दी गई, जिसके बाद वो बुरी तरह बिफर गई हैं.
पल्लवी पटेल ने इस दौरान कहा कि अंधेर नगरी चौपट राजा. सरकार इस समय हिन्दू-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद करने में व्यस्त हैं भ्रष्टाचार पर बात करना नहीं चाहती है. उन्होंने योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल पर 25-25 लाख रुपये की घूस लेकर प्राविधिक संस्थानों में नियमों के विरुद्ध जाकर पदोन्नति दिए जाने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि इससे पिछड़े वर्ग के युवाओं को नुकसान हुआ.
आरोपों पर मंत्री आशीष पटेल की सफाई
वहीं पल्लवी पटेल के आरोपों पर मंत्री आशीष पटेल ने भी सफाई दी और कहा कि जो कुछ भी हुआ वो नियमानुसार ही हुआ है, उससे पिछड़े और दलित वर्ग के लोगों को कोई नुक़सान नहीं हुआ है. उन्होंने इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल एस, पीएम नरेंद्र मोदी, के नेतृत्व व गृहमंत्री अमित शाह के सानिध्य में 2014 में NDA का अंग बना था. प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा बिना एक सेकेंड देरी के मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा.