UP Assembly Session 2023: विधानसभा में अखिलेश पर बरसे सीएम योगी, कहा- 'समाजवादियों के कारनामे अभी नहीं भूले हैं लोग'
UP Assembly Session: शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सीएम योगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 4 बार सरकार बनाने के बाद भी सपा कार्यकाल में अराजकता और गुंडागर्दी ही रही.
UP News: यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जहां एक ओर नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया और अपने संबोधन में उन पर तीखा जवाबी प्रहार किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 2017 के बाद उत्तर प्रदेश की छवि काफी तेजी से बदली है.
यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले आराजकता थी और 2017 से पहले गुडागर्दी थी. आज भी लोग समाजवादीयों के कारनामे नहीं भूले हैं. किस -किस प्रकार के कारनामे होते थे, नेता प्रतिपक्ष अच्छे से होमवर्क करके सदन में नहीं आते हैं. नेता प्रतिपक्ष के पास सही आकडें नहीं हैं, सरकार इस बार सबसे बडा अनुपूरक बजट लेकर आई है. साल 2017 के बाद यूपी की तस्वीर देखिये और 2017 से पहले, आज नये भारत का नया उत्तर प्रदेश है.
उन्होंने सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में 4 बार समाजवादी पार्टी की सरकार रही और 2017 से पहले राज्य में सिर्फ अराजकता और गुंडागर्दी ही देखने को मिलती थी. उनका कहना है कि अब देशभर में उत्तर प्रदेश के प्रति लोगों का नजरिया बदल गया है. ये नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है. हमारा यूपी आगे बढ़ेगा, आर्थिक प्रगति करेगा तो विपक्षियों को भी खुश होना चाहिए.' सीएम योगी के अनुसार सरकार इस बार सबसे बडा अनुपूरक बजट लेकर आयी है.
#WATCH | Lucknow: While addressing the winter session of the UP legislative assembly, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, "...In 2016-17, the GSDP of the UP was nearly Rs 13 lakh crore... Today, in 2023–24, it is nearly Rs 24.5 lakh crore...The budget of the state has… pic.twitter.com/69FXaqfcIZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 1, 2023
दो गुनी गति से बढ़ी जीएसडीपी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि '2016-17 में उत्तर प्रदेश की जो जीएसडीपी थी वह लगभग तेरह लाख करोड़ के आसपास थी और आज 2023-24 में यह लगभग 24.5 लाख करोड़ की पहुंच रही है, यानी हम लगभग दुगनी गति से आगे की ओर बढ़ सके हैं. उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 2015-16 के आसपास लगभग पैंतालीस हज़ार के आसपास थी. आज वह बढ़कर बढ़ कर के 83 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक हो चुकी है.
बजट में भी हुई बढ़ोत्तरी
उन्होंने बजट की बात करते हुए कहा कि 'प्रदेश के नए बजट का आकार भी बढ़ा है. देश की सोलह फीसदी आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती है. पच्चीस करोड़ की आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती है और उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 के बीच में जो औसत बजट था, वह लगभग दो लाख सत्तर हज़ार करोड़ के आस पास था. अगर हम 2017 से 23 के बीच में इसे देखे तो यह लगभग उससे दुगना हुआ है. यह पांच लाख तेईस हज़ार करोड़ रुपए के आसपास हुआ है.'
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