UP Politics: उत्तर प्रदेश स्थित संभल में जामा मस्जिद का मामला इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी यह मुद्दा उठा. पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों ने अपनी बात रखी. समाजवादी पार्टी की ओर से विधायक महबूब अली, कांग्रेस से आराधना मिश्रा मोना ने अपनी बात रखी. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखा. सीएम ने अपनी बात रखते हुए सदस्यों को बाबरनामा पढ़ने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि 'बाबरनामा' भी यह कहता है- हर मंदिर को तोड़कर एक 'ढांचा' खड़ा किया गया.


सीएम ने कहा- नेता प्रतिपक्ष कह रहे थे कि वहां की स्थिति ऐसीहै कि अगर मंदिर आ भी जाए तो क्या मंदिर बन जाएगा. मैं कहता हूं यह तो बाबरनामा भी कहता है कि हर मंदिर को तोड़कर ढांचा खड़ा किया गया है. आपने तो श्रेष्ठ बाह्मण कुल में जन्म लिया है. आप तो भारत की पुराणों की परंपरा पर विश्वास करते हैं. हमारा पुराण भी इस बात को कहता है कि भगवान श्री विष्णु का दसवां अवतार उसी संभल में होगा. और यह तो केवल सर्वे की बात थी.


दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा- सीएम
सीएम ने कहा कि न्यायालय के आदेश पर जिलाधिकारी, एसपी का दायित्व है कि शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे के कार्य को संपन्न करना. न्यायालय के आदेश का अक्षरशः पालन करना. सर्वे  19 नंवबर को हुआ, 21 नवंबर और 24 नवंबर को भी सर्वे का कार्य चलता रहा. लगातार सर्वे का कार्य चल रहा था. 21 नवंबर को सर्वे संपन्न नहीं हुआ था.


 मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे के कार्य के दौरान कोई शांतिभंग नहीं हुई. 23 नवंबर को, जुमे की नमाज के पहले और बाद में जिस प्रकार की तकरीरें दी गईं, उसके बाद माहौल खराब हुआ और यह परिस्थितियां पैदा हुई. हमारी सरकार ने तो पहले ही कहा कि हम ज्यूडिशियल कमीशन बनाएंगे. सदन में उसकी रिपोर्ट आएगी. दूध का दूध पानी का पानी सबके सामने आएगा.


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