UP ATS: यूपी में पिछले दिनों लखनऊ के राजाजीपुरम से गिरफ्तार किए गए आईएसआईएस (ISIS) के आतंकी वसीउल्लाह से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. रिमांड में पूछताछ के दौरान वसीमुल्लाह ने बताया कि आईएसआईएस ने फंडिंग के लिए क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर रही है. यूपी एटीएस ने इसके बाद वसीउल्लाह से जुड़े लोगों की धरपकड़ के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
वसीउल्लाह की एटीएस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की है. इस दौरान उसने बताया कि आईएसआईएस अब क्रिप्टो करेंसी और बिटकॉइन का इस्तेमाल फंडिंग में कर रही है. वसीउल्लाह ने एटीएस को बताया उत्तर प्रदेश में एक्टिव आईएसआईएस के लोगों को अब आईएस ई मनी भेज रही है. एटीएस ने अपने ऑफिस में इस नए नेटवर्क को तोड़ने के लिए एक बड़ी साइबर एक्सपर्ट की टीम भी लगा दी है.
आतंक के लिए क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल
साइबर एक्सपर्ट की टीम अब संदिग्धों के खातों के लेनदेन का ब्योरा खंगाल रही है. पिछले दिनों में जिन लोगों ने भी ई मनी खरीदे या बेचे हैं और विदेशों से जिनके खातों में ई मनी आई है, उनकी खासतौर से साइबर एक्सपर्ट द्वारा नजर रखी जा रही है. साथ ही वसीउल्लाह के बताए हुए नाम के खातों की भी जानकारी अब साइबर एक्सपर्ट निकालने में जुट गए हैं.
साइबर अपराधी है वसीउल्लाह
एटीएस की जांच में सामने आया है कि वसीउल्लाह साइबर अपराधी है और वह साइबर एक्सपर्ट भी है. वसीउल्लाह क्रिप्टो करेंसी में लेनदेन करता था, ऑनलाइन फ्रॉड करने वाला वसीउल्लाह आईएसआईएस के संपर्क में आने के बाद टेरर फंडिंग का काम करने लगा. आईएस का सारा लेनदेन वो क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से करता था.
आतंकी संगठन का ये नया फंडिंग का तरीका सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर के सामने खड़ा है. क्योंकि उसको ट्रेस करना फिलहाल मुश्किल है और एक बड़ा चैलेंज भी है, लेकिन एटीएस की साइबर एक्सपर्ट की टीम इसपर अलग से काम करते हुए नेटवर्क को तोड़ने में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक हवाला के नेटवर्क को खत्म कर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल कर एक बड़ी टेरर फंडिंग को अंजाम दिया जा रहा था. भारत में क्रिप्टो करेंसी के लिए ठोस कानून न होने का साइबर अपराधियों की तरह आतंकी संगठन भी फायदा उठा रहे हैं.