लखनऊ: फर्जी ओएसडी और फर्जी करोड़ों का टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी समेत कई मामलों में पुलिस को शातिर मोंटी गुर्जर की तलाश थी. पशुपालन विभाग में आटा सप्लाई और खाद्य आपूर्ति विभाग में नमक सप्लाई के नाम पर हुई करोड़ों की ठगी का मास्टरमाइंड और 50,000 का इनामी मोंटी गुर्जर आखिर गिरफ्तार कर लिया गया. मोंटी गुर्जर को यूपी एसटीएफ, जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लखनऊ ले आई है. लखनऊ में एसीपी विभूति खंड और एसीपी गोमती नगर की टीम मोंटी गुर्जर से पूछताछ कर रही है. मोंटी गुर्जर की गिरफ्तारी करोड़ों के इन दोनों घोटालों में अहम मानी जा रही है.
गुजरात के व्यापारी से ठगी
खाद्य आपूर्ति विभाग में 120 करोड़ का नमक सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर गुजरात के व्यापारी नीलम नरेंद्र भाई पटेल से हुई एक करोड़ 6 लाख की ठगी का मास्टरमाइंड मोंटी गुर्जर अब लखनऊ पुलिस की गिरफ्त में है. मोंटी गुर्जर को हजरतगंज पुलिस गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश करेगी, लेकिन जयपुर से गिरफ्तार हुए मोंटी गुर्जर के लखनऊ पहुंचते ही पशुधन घोटाले और नमक घोटाले की जांच कर रही टीमें पूछताछ करने के लिए हजरतगंज कोतवाली पहुंच गई.
नमक घोटाले का सबसे मास्टरमाइंड
दरअसल 50000 का इनामी मोंटी गुर्जर नमक घोटाले का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड और अहम किरदार है. मोंटी गुर्जर ने गुजरात के व्यापारी से खुद को राजस्थान का एमएलए बताया था. पहली मुलाकात दिल्ली के कनॉट प्लेस पर हुई. दूसरी मुलाकात लखनऊ के होटल नोवाटल में व्यापारी से हुई और ठेका दिलाने के नाम पर एक करोड़ का एडवांस ले लिया गया. मोंटी गुर्जर ने व्यापारी को ठगने के लिए पशुधन घोटाले के मास्टरमाइंड आशीष राय से लखनऊ विधान भवन में ले जाकर व्यापारी की मुलाकात करवाई. आशीष राय ने खुद को खाद्य विभाग का संयुक्त सचिव एनके कनौजिया बताकर व्यापारी से मुलाकात की और ठेका दिलाने का आश्वासन दिया. यह पूरा खेल भी पशुधन मंत्री जयप्रकाश निषाद के विधान भवन स्थित दफ्तर से ही हुआ.
दरअसल, मोंटी गुर्जर खुद तो नहीं है लेकिन उसके पिता गोविंद गुर्जर जयपुर से कांग्रेस के विधायक रहे हैं. पिता गोविंद गुर्जर के नाम पर ही मोंटी गुर्जर उर्फ सुनील गुर्जर खुद को विधायक बताता था.
बीती 11 अगस्त को लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई गई नमक घोटाले की एफआईआर में सात लोग नामजद किए गए, जिसमें आशीष राय को छोड़कर बाकी सभी 6 आरोपी फरार थे. अब यूपी एसटीएफ ने सुनील गुर्जर और मोंटी गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है.
पशुपालन घोटाले में भी आरोपी
मोंटी गुर्जर मध्य प्रदेश के व्यापारी से हुई पशुपालन घोटाले में 9 करोड़ 27 लाख की ठगी में भी शामिल था. पशुपालन विभाग में हुई इस ठगी में मास्टरमाइंड आशीष राय के साथ मोंटी गुर्जर भी अहम भूमिका निभा रहा था.
पशुपालन घोटाले में दर्ज कराई गई सात लोगों पर एफआईआर में 13 आरोपी जेल में है. 11 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है, और अब दो आरोपियों पर इनाम घोषित होकर गैर जमानती वारंट जारी है. वहीं, नमक घोटाले में एफआईआर दर्ज होने के बाद मोंटी गुर्जर की पहली गिरफ्तारी है. जिससे पूछताछ के बाद नमक घोटाले के अन्य आरोपियों से पर भी शिकंजा कसेगा.
ये भी पढ़ें.
शामली: हाईवे पर ढाबों में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीन शातिर लुटेरे पुलिस ने दबोचे