Maulana Kaleem Siddiqui Arrested: इस्लामी विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) की एक टीम ने गिरफ्तार किया है. एटीएस के महानिरीक्षक (आईजी) डॉ.जी.के गोस्वामी ने बताया कि गिरफ्तारी बुधवार रात को की गई थी. हालांकि, एटीएस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ने गिरफ्तारी का कारण बताने से इनकार कर दिया. सूत्रों का कहना है कि कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी धर्मांतरण के मामले में मेरठ से की गई है. कलीम की गतिविधियां संदिग्ध होने का शक जताया गया था.
एडीजी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि 20 जून को अवैध धर्मांतरण गिरोह संचालित करने वाले लोग गिरफ्तार गिए गए थे. इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया था. उमर गौतम और इसके साथियों को ब्रिटिश आधारित संस्था से लगभग 57 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई थी. जिसके खर्च का ब्योरा अभियुक्त नहीं दे पाए. इस संबंध में आज के अभियुक्त को छोड़कर कुल 10 लोग गिरफ्तार हुए थे जिसमें से 6 के खिलाफ विभिन्न तिथियों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है, 4 के खिलाफ जांच चल रही है.
एडीजी ने आगे बताया कि जांच में तथ्य प्रकाश में आए कि मौलाना कलीम सिद्दीकी अवैध धर्मांतरण के कार्य में लिप्त है और विभिन्न प्रकार की शौक्षणिक, सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं की आड़ में यह देशव्यापी स्तर पर किया जा रहा है, जिसके लिए विदेशों से भारी फंडिंग प्राप्त की जा रही है. जो सुनियोजित तरीके से संगठनात्मक रूप से किया जा रहा है. जिसमें देश के कई नामी लोग और संस्था शामिल हैं. तथ्य प्रमाणित हुआ है कि यह भारत का सबसे बड़ा धर्मांतरण सिंडिकेट संचालित करता है, गैर मुस्लिमों को गुमराह करके, डराकर धर्मांतरित करता है.
पुलिस ने कार्यक्रम से ही उठाया
गौरतलब है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी (64 वर्ष) मंगलवार शाम सात बजे अन्य साथी मौलानाओं के साथ मेरठ के लिसाड़ीगेट में हूमायुंनगर की मस्जिद माशाउल्लाह के इमाम शारिक के आवास पर एक कार्यक्रम में आए थे. करीब रात नौ बजे इशा की नमाज के बाद वह अपने साथियों के साथ कार में फुलत के लिए निकले थे.
इस दौरान परिजन ने उन्हें फोन किया, लेकिन मोबाइल बंद मिला. परिजन ने जानकारी मेरठ में इमाम शारिक को दी. परिवार और परिचितों ने मौलाना की तलाश शुरू की, लेकिन जानकारी नहीं मिली. इसके बाद लोगों की भीड़ लिसाड़ीगेट थाने पर जुट गई. देर रात तक हंगामा चलता रहा. कुछ समय बाद जानकारी मिली की मौलाना को एटीएस ने हिरासत में ले लिया है. संदिग्ध गतिविधि के चलते सिद्दीकी सुरक्षा एजेंसी के निशाने पर थे. मौलाना के मेरठ आने की जानकारी एजेंसी को पहले से थी. उन पर कई धर्मांतरण कराने के आरोप हैं.
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