लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) को बड़ी कामयाबी मिली है। एटीएस की टीम ने खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) को हथियारों की आपूर्ति करने वाले प्रमुख व्यक्ति को रुड़की से गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए शख्स का नाम आशीष बताया जा रहा है। आशीष पिछले कुछ समय से रुड़की में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था। यूपी एटीएस ने उसे पंजाब पुलिस को सौंप दिया है। आशीष पंजाब में लूट और हत्या के कई मामलों में वांछित चल रहा था। फिलहाल एटीएस उत्तर प्रदेश में उसके आपूर्ति चैनल और इससे जुड़े लोगों को लेकर जांच कर रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते पंजाब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के अपने समकक्षों से आशीष से जुड़ी जानकारी साझा की थी। एटीएस के प्रवक्ता ने कहा कि आशीष सिंह को रुड़की के सिविल लाइंस क्षेत्र के जादुगर रोड पर टिकरी से गिरफ्तार किया गया। उस पर हत्या का प्रयास, घातक हथियारों से दंगा करने, साल 2018 में पंजाब में आपराधिक साजिश रचने और अपराधी को शरण देने का आरोप है।
आशीष को केएलएफ के प्रमुख और फोर्स को हथियार आपूर्ति करने वाला गुगनी ग्रेवाल उर्फ हरमीत सिंह का दाहिना हाथ माना जाता है। इसके अलावा आरएसएस और शिवसेना कार्यकर्ता की हत्या में भी आशीष शामिल रहा है। पाकिस्तान में 27 जनवरी, 2020 को केएलएफ के प्रमुख की हत्या के बाद पंजाब पुलिस ने पंजाब के मोंगा से सुखप्रीत सिंह को ढूंढ़ निकाला और उसकी सूचना पर ही आशीष को पकड़ा जा सका।
एटीएस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल डी. के. ठाकुर ने कहा कि आशीष का नाम शराब की गैर-कानूनी बिक्री सहित अन्य कई मामलों में शामिल है। वह पटियाला जेल में बंद रहने के दौरान केएलएफ प्रमुख के संपर्क में आया। आशीष ने केएलएफ प्रमुख को विभिन्न बोर वाले 10 पिस्तौल भी दिए थे।