UP Ayushman Card: उत्तर प्रदेश में लोगों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना चलाई जा रही है. वहीं केंद्र सरकार की ओर से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना पहले से ही चल रही है. फिलहाल अभी तक राज्य में इन योजनाओं के तहत आठ करोड़ लाभार्थियों में से 4.15 करोड़ लाभार्थियों के ही कार्ड बनवाए गए हैं. ऐसे में अब विशेष अभियान के जरिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं.


चिकित्सा और स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने तेजी से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. जिसके तहत अब शहरी क्षेत्रों में वार्ड और ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिविर लगाकर स्वास्थ्य कर्मी लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाएंगे. चिकित्सा और स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने इस काम की निगरानी के लिए हर ब्लाक में नोडल टीम का गठन किया है.


31 दिसंबर तक चलेगा अभियान


नोडल टीम का गठना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के प्रभारी चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में गठित की गई हैं. जिनका उद्देश्य 31 दिसंबर तक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाना है. चिकित्सा और स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव के निर्देश के अनुसार परिवार के सबसे बुजुर्ग शख्स को भी इस योजना के तहत जोड़ा जाएगा और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की पात्रता सूची में शामिल उन परिवार को भी जोड़ा जाएगा, जिनमें  छह या उससे अधिक सदस्य हैं.


योजना के तहत अब तक 1.18 लाख कैंसर रोगियों का इलाज 


एक जानकारी के अनुसार राज्य में ऐसे 3.18 करोड़ लाभार्थी हैं जिनमें से सिर्फ एक करोड़ का ही आयुष्मान कार्ड बनाया गया है. फिलहाल चिकित्सा और स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा के निर्देश के अनुसार अब बाकियों को भी इस योजना से जोड़ना का काम तेजी से किया जा रहा है. एक आंकड़े के अनुसार आयुष्मान योजना के जरिए अभी तक 1.18 लाख कैंसर रोगियों का इलाज हुआ है.


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