Gulab Devi News: उत्तर प्रदेश में नेम प्लेट को लेकर चला आ रहा है विवाद अभी थमा भी नहीं है. अचानक से योगी की मंत्री गुलाब देवी के एक बयान ने पारा चढ़ा दिया है. गुलाबो देवी का ये कहना कि जो व्यक्ति काम करता है वो अपने नाम से नाम रखे. उनके इस बयान से मेरठ के बैंड बाजे वाले बेहद गुस्से में हैं. उनका कहना है कि इन बातों से क्या फर्क पड़ता है फर्क तो उनके रोजगार पर पड़ जाएगा. मेरठ में बैंड की धुन पर हर कोई मंत्र मुग्ध हो जाता है.


यूपी की शिक्षा मंत्री गुलाब देवी के बयान पर बैंड बाजे वालों की प्रतिक्रिया जानने हम सबसे पहले ब्रहमुपरी इलाके के मीरा कृष्णा बैंड के मालिक अमीर अहमद के यहां पहुंचे. उन्होंने कहा कि अब काम मंदा है पहले बहुत अच्छा चलता था. खुशी से बोले 50 साल हो गए हैं हमारे काम को, लेकिन जैसे ही उनसे पूछा कि मंत्री गुलाब देवी कह रहीं हैं कि जो व्यक्ति जिस नाम का है वो उसी से बैंड का नाम रखे तो वह नाराज हो गए.


उन्होंने कहा कि बाप-दादाओं ने और हमने 50 साल मेहनत की तब जाकर मीरा कृष्णा बैंड को लोग जाने, अब क्या दोबारा 50 साल फिर मेहनत करें. परेशानी चेहरे भी नजर आ गई और फिर बोले कि बहुत दिक्कत हो जाएगी हमें, हमारी धुन और तान को कमजोर मत करवाओ जी.


वहीं जब सोचा बैंड वालों के साथ लाइट वालों से भी बात कर ली जाए, क्योंकि जब बैंड बाजा बुक किया जाता है तो फिर लाइटों की भी जरूरत पड़ती है. जगमग लाइट के मालिक मौहम्मद यामीन से पूछा काम कैसा चल रहा है तो बोले श्राद्ध चल रहे हैं अभी मंदा है. कहने लगे 50 साल पुराना काम है बैंड बाजे वालों के साथ ही तो चलना पड़ता है.
 
यूपी की मंत्री गुलाब देवी के नाम वाले बयान का जिक्र किया तो बोले पहले कभी किसी ने नहीं पूछा. शिव बारात और राम बारात में हमारी बग्गी, घोड़ी और लाइटें लगती हैं. हमारी ही घोडी और बग्गी पर भगवान बैठते हैं, कभी किसी ने कुछ नहीं कहा. अपना नाम बताया तब भी किसी ने दिक्कत नहीं की. अब ऐसे बात करेंगे तो तकलीफ होगी, काम और बर्बाद हो जाएगा. हिंदू-मुस्लिम मिलकर ही तो बैंड बाजे को संभालते हैं.


जरूरत पड़ी तो अपना नाम साथ में लिख देंगे


मेरठ में ओडियन सिनेमा के पास राज और राजा दो बैंड के ऑफिस हैं. हम राजा बैंड के ऑफिस में गए तो बैंड के मालिक राजा असलम ही मिल गए. युवा हैं और अपने काम को पिछले 50 साल पुराना काम बता रहें हैं. कहने लगे राजा बैंड, महाराष्ट्र बैंड सहित कई बैंड हैं हमारे. हमारे यहां का बैंड दिल्ली, हरियाणा और यूपी के कई शहरों तक जाता है. उनसे जब मंत्री गुलाब देवी के बयान पर सवाल किया तो बोले, राजा नाम कैसे बदल देंगे. दूर-दूर तक लोग इसी नाम से जानते हैं हमारी फर्म है कैसे उसे बदल डालें.


उन्होंने कहा कि ठीक है हम अपना पूरा नाम राजा असलम लिखते हैं. कोई दिक्कत नहीं हैं राजा बैंड के साथ प्रोपराइटर में राजा असलम लिख देंगे, लेकिन ये बात ठीक नहीं हैं कि अब नाम पर भी बात उठेगी.


बैंड बजाना बड़ी मुश्किल से सीखा है 


बैंड बाजे के मालिकों की बात तो हो गई, लेकिन बात उन लोगों से भी करना जरूरी हो जाता है जो इस पेशे से जुड़े हैं, बैंड बाजा बजाते हैं. एक बैंड वाले की दुकान के बाहर बाजा लेकर हाथ में खड़े एक शख्स मिले. नाम पूछा तो बोले मास्टर भोलेनाथ है मेरा नाम, सब इसी नाम से जानते हैं. 


बड़ी मुश्किल से अपना नाम पैदा किया


उन्होंने कहा कि पहले ठेला चलाता था, फिर धीरे-धीरे बाजा बजाना सीखा है. खुश हुए और बाजा बजाकर भी दिखा दिया. वह बोले अब इसी से पेट भर जाता है. मंत्री गुलाब देवी के बयान पर सवाल किया तो सीधे साधे अंदाज में बोले पता नहीं जी. फिर बोले जो पुराने लोग हैं उन्होंने बड़ी मुश्किल से अपना नाम पैदा किया, अब उनका नाम हटवा देंगे तो क्या होगा.


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