UP News: अब अधिकारियों को जरा सी लापरवाही पड़ेगी भारी, यूपी में शिक्षा विभाग का निर्देश जारी
UP School Books: विभाग ने निर्देश दिए है कि अगर किसी जिले में किताबें देर से पहुंचने या उनकी शिक्षकों से ढुलाई करना की शिकायत मिली तो संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी और बीएसए से जवाब तलब किया जाएगा.
UP School Books: उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय और उच्च प्राथमिक स्कूलों में नए सत्र की किताबों के लिए अब बच्चों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. सभी बच्चों को समय से किताबें वितरित कर दी जाएगी, जिसके लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गईं हैं. विभाग की ओर से सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो समय से स्कूलों में पुस्तकें पहुंचाने की व्यवस्था तैयार करें.
सभी बीएसए को केवल किताबें बीआरसी यानी ब्लॉक संसाधन केंद्र तक ही पहुंचाने से काम नहीं चलेगा. बल्कि उन्हें ये भी सुनिश्चित करना है कि ये किताबें प्रत्येक विद्यालय तक पहुंचे, इसकी व्यवस्था भी हो. किताबों को स्कूलों तक पहुंचने के लिए ढुलाई में जो खर्च आएगा उसका आंकलन कर बजट विभाग से मांगें.
समय से स्कूलों में पहुंचेंगी किताबें
स्कूल शिक्षा की महानिदेशक कंचन वर्मा की ओर से नए सत्र की पाठ्य पुस्तकों के समय से वितरण की व्यवस्था किए जाने के निर्देश सभी बीएसए को दे दिए गए हैं. वर्तमान शैक्षिक सत्र में कई जिलों से इस तरह की शिकायतें देखने को मिली थी कि किताबें स्कूल तक नहीं पहुंच पाईं थी, बीआरसी से किताबें शिक्षकों से ढुलाई करवाई गईं थी, प्रधानाध्यापक ने किसी तरह इसकी व्यवस्था की थी. लेकिन इस बार ऐसी शिकायते न आएं इसके लिए निर्देश दिए गए हैं.
महानिदेशक ने निर्देश दिए है कि अगर किसी जिले या स्कूल में किताबें देर से पहुंचने या उनकी शिक्षकों से ढुलाई करना की शिकायत मिली तो संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी और बीएसए से जवाब तलब किया जाएगा. उनकी जिम्मेदारी को सुनिश्चित किया जाएगा. अगर शिक्षक या किसी अन्य शख्स की ओर से इस तरह की शिकायत मिलती है तो उसकी जांच की जाएगी. यही नहीं सूचना देने वाले का नाम भी गोपनीय रखा जाएगा.
बता दें कि कई बार स्कूलों में किताबें देरी से मिलने की शिकायतें सामने आती रही है. जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पाती. इसी तरह की शिकायतों को दूर करने के लिए इस बार सत्र शुरू होने से पहले ही तैयारी तेज हो गई है.
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