UP Sansad Khel Mahakumbh: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने आज शहीद सत्यवान सिंह स्टेडियम में आयोजित सांसद खेल महाकुंभ का समापन किया. इसके साथ ही उन्होंने और विजेता और उपविजेता बने खिलाड़ियों को पुरस्कार भी वितरित किया. इस दौरान मंच पर बोलते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बस्ती में हो रहे खेल महोत्सव जैसे आयोजन हमेशा होते रहने चाहिए. इससे ग्रामीण अंचल से निकलकरअच्छे खिलाड़ियों को बड़े से बड़ा प्लेटफार्म मिलेगा और उन्हें भी अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा. अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि ये पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की देन है कि कई साल से अधर में लटके भगवान राम के मंदिर का निर्माण शुरू हो गया.
'भारत में हिंदू संस्कृति का प्रभाव है'
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर को भारत का राष्ट्र मंदिर घोषित करते हुए कहा कि आज हम सब के आराध्य भगवान राम का अयोध्या में भव्य मंदिर बन रहा. इसकी पहचान सिर्फ यूपी ही नहीं, बल्कि पूरे देश दुनिया में है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य कहा कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सनातन को भारत का राष्ट्रीय धर्म वाले बयान की, उन्हें अभी कोई जानकारी नहीं है. हालांकि वे इतना जरूर कहेंगे कि भारत में हिंदू संस्कृति का प्रभाव है और माननीय मुख्यमंत्री ने कुछ कहा है, तो वो सही होगा. माननीय योगी आदित्यनाथ कोई परदेसी नहीं हैं, वह यहां आएंगे तो आप उनसे यह सवाल करिएगा.
वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा रामचरितमानस और ब्राह्मणों पर दिए कई बयान के सवाल पर कहा कि ये बात सभी को पता है कि वे कितने घाट का पानी पीकर आज समाजवादी पार्टी में हैं. उनके द्वारा दिए गए सारे बयानों की जिम्मेदारी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की है और वे जो चाहते हैं अपने नेताओं से बुलवाते हैं. अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए केशव प्रसाद मौर्या ने तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि जैसे पानी से बाहर निकलने पर एक मछली तड़पती है, ठीक उसी तरह अखिलेश यादव भी सत्ता में ना आने के बाद तड़प रहे हैं. बीजेपी सरकार में गुंडई खत्म हो गई है, इसलिए सपा के गुंडे सत्ता में आने के लिए तड़प रहे हैं.
वहीं कार्यक्रम के आयोजक और बस्ती लोकसभा के सांसद, बिहार प्रदेश के सह प्रभारी और राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस खेल महाकुंभ में 20 से अधिक खिलाड़ियों का चयन किया गया. ये चयनित खिलाड़ी अब राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले खेलों में भाग लेंगे. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के हुनरमंद खिलाड़ियों को भी इस खेल महाकुंभ में अपना खेल दिखाने का मौका मिला, जिनका उत्साह वर्धन किया गया. इससे उनकी खेल प्रतिभा में और निखार आएगा.
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