UP News: एक तरफ जहां लोगों के जान माल की सुरक्षा और शांतिपूर्वक विसर्जन करने के लिए थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक की गई थी और इसके अलावा हर बिंदु पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी और ग्राम प्रधानों को इस बारे में जागरूक भी किया गया था, वहीं निर्देशों का एक शब्द भी पालन नहीं हो सका. जिसका परिणाम है की मूर्ति विर्सजन के दौरान हुई मारपीट में एक की मौत हो गई.
दरअसल पूरा मामला बस्ती जिले के लालगंज पुलिस चौकी से मात्र 500 मीटर की दूरी पर लालगंज बाज़ार का है. जहां कुआनो नदी के पक्के पुल पर हर वर्ष नव रात्रि के बाद से शरद पूर्णिमा के दिन तक ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकतर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होता रहता है. क्षेत्र की लगभग एक दर्जन से ज्यादा दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन बिना बिजली और अपर्याप्त पुलिस बल के द्वारा जैसे तैसे कराया जा रहा था. इसी बीच कस्बे के निकट कुआनो नदी के पक्के पुल पर रात लगभग नौ बजे मूर्ति विसर्जन के दौरान डांस करने को लेकर दो पक्षों में जमकर विवाद हो गया. जिसको लेकर दो गांव के लोग खुलकर आमने-सामने आ गए. इस दौरान दोनों गांव के लोगों के बीच संघर्ष शुरू हो गया. इस घटना में एक की मौत और दर्जनों से अधिक घायल हो गए हैं.
मूर्ति विर्सजन के दौरान बवाल
गौरतलब है कि पूर्णिमा के दिन कुछ श्रद्धालुओं ने लालगंज कस्बे के निकट पक्के पुल से स्थानीय पुलिस की देख-रेख में मूर्ति विर्सजन किया जा रहा था. इसी बीच रात करीब नौ बजे नेवारी केवटहिया पुरवा की मंशाराम निषाद द्वारा बैठाई गई मूर्ति और शोभनपार भरपुरवा गांव के ओरीलाल के द्वारा स्थापित मूर्ति विसर्जन करने आए हुए, श्रद्धालुओं से डांस को लेकर कुछ विवाद हो गया. इस दौरान मौके पर मौजूद स्थानीय पुलिस ने दोनों पक्ष के लोगों को समझा बुझा कर वहा से वापस भेज दिया.
घात लगाकर किया गया हमला
वहीं मूर्ति विर्सजन के बाद घर आते समय लालगंज मुंडेरवा मार्ग के गौराधुंधा तिराहे पर घात लगाकर बैठे केवटहिया गांव के लोगों ने रात 9.30 बजे भरपुरवा गांव के लोगों से भरी ट्रैक्टर-ट्राली को रुकवा कर, उस पर सवार श्रद्धालुओं को लाठी, डंडा, ईंट और पत्थर से मारना शुरू कर दिया. इस दौरान दर्जनभर से अधिक लोगों को चोटें आई और एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसे जिला अस्पताल बस्ती से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. वहीं गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने भी हालत गंभीर देखते हुए उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. इसी दौरान लखनऊ ले जाते समय हरैया टोल प्लाजा के पास पहुंचते ही रिंकू की मौत हो गई.
तीन अभियुक्त हुए गिरफ्तार
इस पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया की दो पक्षों द्वारा ट्रैक्टर को आगे पीछे करने को लेकर विवाद हुआ था. जिसको स्थानीय पुलिस द्वारा सुलझा दिया गया था. फिलहाल मृत शख्स का शव कब्जे में लेकर पंचनामा किया जा रहा है. परिजनों की तहरीर के अनुसार मुकदमा पंजीकृत हो चुका है. मामले में तीन अभियुक्तों को जेल भेजा जा चुका है. वहीं बाकी अभियुकों की भी गिरफ्तारी हो गई है. मौके पर कानून व्यवस्था कायम है.
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