UP Crime News: यूपी के भदोही जनपद से बड़ी खबर है, यहां पर पिछले साल बोरे में बंधा हुआ कुंए से एक लड़की का शव बरामद किया गया था. जिस लड़की का शव कुंए से मिलने का दावा किया गया था उस लड़की को पुलिस ने नोएडा से बरामद कर लिया है. परिजनों ने इस मामले में दो लड़कों पर अपहरण व हत्या का मुकदमा दर्ज करा कर उनको जेल भिजवाया था. पुलिस ने बरामद लड़की के माता-पिता को हिरासत में ले लिया है. वहीं उस वक्त जो शव बरामद हुआ था उसकी जांच पड़ताल में पुलिस जुट गई है. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में स्थानीय पुलिस भी सवालों के घेरे में है.
मृतक लड़की नोएडा से बरामद
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के सीखापुर गांव की रहने वाली एक 16 वर्षीय लड़की का है जो मई 2022 को अपने घर से लापता हो गई थी 14 दिन के बाद लड़की के घर से करीब 15 किलोमीटर दूर कुएं से बोरे में बंधा हुआ एक लड़की का शव बरामद हुआ था. सीखापुर गांव की जो लड़की घर से लापता हुई थी उसके माता-पिता ने यह दावा किया था कि वह उनकी बेटी है उन्होंने दो लड़कों पर अपहरण व हत्या का मुकदमा भी दर्ज कराया था. पुलिस ने 2 युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वहीं इस पूरे प्रकरण में परिजनों की गतिविधि संदिग्ध देखते हुए पुलिस के द्वारा लगातार अपनी जांच को आगे बढ़ाया जा रहा था. अब पुलिस ने उस लड़की को नोएडा से बरामद कर लिया है जिसका शव मिलने का दावा परिजन कर रहे थे.
मां-बाप ने मिलकर छुपाया साक्ष्य
लड़की को बरामद करने के बाद अब पुलिस कुए से जो शव बरामद किया गया था, उसकी जांच पड़ताल में जुटी है कि वह शव किस लड़की का था . भदोही के एसपी ने कहा कि जांच में पता चला है कि लड़की की शादी जिस जगह की गई थी उससे नाबलिक लड़की नाखुश थी और परिजन उसको प्रताड़ित कर रहे थे. जिसकी वजह से वह घर से भागकर नोएडा चली गई थी. कुछ महीनों के बाद लड़की ने अपने माता-पिता से संपर्क किया था. लेकिन माता-पिता ने साक्ष्य को छुपाते हुए जो झूठा मुकदमा दर्ज कराया था, इस वजह से लड़की को घर ना आने की सलाह दी थी और यहां तक कह दिया था कि अगर पुलिस कभी तुम को पकड़ती है तो यही कहना कि उन्हीं लड़कों ने उसका अपहरण किया था. फिलहाल पुलिस ने नोएडा से बरामद की गई लड़की के माता पिता गीता देवी और श्याम किशोर को अपनी हिरासत में ले लिया है.
करियर खराब करने वालों को मिले सख्त सजा
वहीं अपहरण और हत्या के मामले में प्रदीप ने साढ़े 4 महीना और दूसरे युवक विष्णु कुमार ने 7 महीने से अधिक जेल में बंद रहे युवक के परिजनों ने कोर्ट कचहरी के धक्के खा खाकर काफी जद्दोजहद के बाद हाई कोर्ट से जमानत पर रिहा हुए है. प्रदीप के पिता मेहीलाल ने बताया की अपहरण और हत्या का आरोप लगने और जेल जाने के बाद पूरा समाज हमें घृणित निगाहों से देख रहा था. जबकि हम लोग लगातार बार-बार कह रहे थे की हम लोगों को साजिशन फंसाया जा रहा है. योगी सरकार से बस यही मांग है की हम बेगुनाह होते हुए भी इतनी जलालत सहे,जेल गए ऐसे में झूठा आरोप लगाने वालों को भी सख़्त से सख़्त सजा मिलनी चाहिए. वहीं जमानत पर बाहर आए विष्णु ने रो रोकर बताया की हमारा करियर खराब हो गया, रिश्ते नातेदार पास पड़ोस सब लोग बुरी नज़र से देखते और गंदी गंदी बोली बोलते थे. विष्णु ने कहा की ऊपर वाले के यहां देर है लेकिन अंधेर नही है जिसकी वजह से आज इंसाफ होते दिख रहा है और हमें जिन लोगों ने इतना बड़ा आरोप लगाकर फंसाया उनको भी जेल जाना चाहिए और यहीं हमारी मांग भी है.
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