UP By-Elections: यूपी बीजेपी (BJP) प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) ने एबीपी गंगा से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि रामपुर विधानसभा सीट (Rampur By-Election) पर जब उपचुनाव होगा तो बीजेपी मजबूत तरीके से चुनाव लड़ेगी और जैसे रामपुर लोकसभा का उपचुनाव जीते वैसे ही उनकी सीट पर होने वाले विधानसभा के उपचुनाव को भी जीतेंगे.
मैनपुरी की लोकसभा सीट पर भी जब उपचुनाव होगा तो बीजेपी अपना प्रत्याशी उतारेगी. उन्होंने दावा किया है कि दोनों सीटों पर बीजेपी ही जीत हासिल करेगी. वहीं शिवपाल यादव के स्टार प्रचारक ना बनाए जाने पर उन्होंने कहा है कि शिवपाल यादव तो 2012 से ही अलग-थलग पड़े हुए हैं. अखिलेश यादव अपने परिवार को भी नहीं संभाल पा रहे हैं, शिवपाल यादव को अपने बारे में सोचना चाहिए. बीजेपी में उन्हें लेने के सवाल पर उनका कहना है कि इस पर कोई बात नहीं हुई लेकिन बीजेपी के लिए कोई भी अछूता नहीं है.
गोला उपचुनाव पर दी प्रतिक्रिया
गोला सीट पर उपचुनाव पर बोले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि राजनीतिक रूप से बेहतर करना एक बड़ी चुनौती होती है. गोला की सीट हमारे विधायक के निधन से खाली हुई है. हमें जनता का आशीर्वाद पूरा विश्वास मिलेगा. बीजेपी हर चुनाव को गंभीरता से लेती है. हम अपने रिपोर्ट कार्ड के साथ जनता के बीच जा रहे हैं, गोला की परीक्षा में जनता का आशीर्वाद मिलेगा.
प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव पर बोले प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, उन्होंने कहा कि मेयर के चुनाव में हम परफॉर्मेंस के आधार पर टिकट देंगे साफ संकेत दिए कि कुछ लोगों के टिकट काटे भी जा सकते हैं हमें सीट जीतनी है। यह पार्टी का जो नेतृत्व है वह तय करेगा सब पहलुओं पर विचार करने के बाद अगर आरक्षण में कोई सीट बदलेगी तो वहां नए नाम के साथ आगे बढ़ेंगे
आजम खान पर क्या कहा?
आजम खान की सदस्यता जाने पर कहा कि आजम खान ने जैसा बोया वैसा ही काटा हैं. आजम खान ने रामपुर में अराजकता फैलाई, सब के साथ गलत व्यवहार किया. अमर्यादित टिप्पणी करना यह उनके व्यवहार में था. अभी तो यह आजम खान का प्रारंभ है. उन पर बहुत केस है, यहां न्यायपालिका ने जो भी आदेश दिया है उसे पूरी तरह से सरकार लागू कराएगी. अब यूपी में किसी का कोई गढ़ नहीं है गढ़ केवल बीजेपी का है.
रामपुर में आजम खान की सीट पर भी उपचुनाव में मजबूत उम्मीदवार उतारेंगे. मैनपुरी की लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भी पूरी तैयारी के साथ चुनाव में उतरेंगे और दोनों सीटें हम जीतेंगे. शिवपाल यादव के स्टार प्रचारक ना बनाए जाने पर उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी में पुराने लोग वर्चस्व की लड़ाई में पिछड़ते जा रहे हैं. शिवपाल यादव 2012 से ही अलग-थलग है, अखिलेश यादव का परिवार को और पार्टी को एक रखने में विफल रहे हैं. अखिलेश यादव को अपनी पार्टी को संभालने का काम करना चाहिए.