Gorakhpur News: हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल (Governor) बनने के बाद पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और राज्यसभा सांसद रहे शिव प्रताप शुक्ला (Shiv Pratap Shukla ) ने भाजपा (BJP) से त्यागपत्र दे दिया. शिव प्रताप शुक्ला ने गोरखपुर (Gorakhpur) में बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह (Dharmendra Singh) को त्यागपत्र सौंपा. इस दौरान वे भावुक भी हो गए. उन्होंने कहा कि राज्यपाल की जिम्मेदारी के निर्वहन के बाद मैं फिर से भाजपा (BJP) के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करूंगा. 


त्यागपत्र सौंपते समय हो गए भावुक
बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह बुधवार को पूर्व वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला के बेतियाहाता स्थित आवास पहुंचे. यहां पर शिव प्रताप शुक्ला ने उन्हें पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र सौंप दिया. हिमाचल प्रदेश के नवनियुक्त राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने डबडबाई आंखों से कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उन्हें हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. इसलिए वे बीजेपी के सभी पदों और दायित्वों से त्यागपत्र दे रहे हैं. उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को संबोधित त्यागपत्र गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह को सौंपा.


बीजेपी से त्यागपत्र देना मेरे लिए भावुक क्षण
बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह भी त्यागपत्र लेते समय भावुक दिखे. उन्होंने क्षेत्रीय महामंत्री सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ला, गोरखपुर के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, मीडिया प्रभारी डॉ. बच्चा पांडेय नवीन के साथ बधाई और शुभकामनाएं भी दीं. शिव प्रताप शुक्ला ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्वारा हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद बीजेपी के सभी दायित्वों से त्यागपत्र देना मेरा संवैधानिक दायित्व है. यह मेरे लिए भावुक क्षण है, क्योंकि जिस संगठन में जीवन का एक-एक क्षण बीता, उसी से त्यागपत्र देना पड़ रहा है. हालांकि, राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर नियुक्ति होने के बाद यह जरूरी भी है.


जानिए, क्या बोले एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह
क्षेत्रीय अध्यक्ष एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से लेकर बीजेपी तक में शिव प्रताप शुक्ला सेवा और समर्पण की मिशाल रहे हैं. संगठन के विभिन्न दायित्वों, राज्य और केंद्र में मंत्री रहते हुए इनके नाम बड़ी उपलब्धि है. इनका राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर नियुक्ति होना गोरखपुर और यहां के बीजेपी कार्यकर्ताओ के लिए गौरव की बात है. इस अवसर पर पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह, अष्टभुजा शुक्ल, नरेंद्र तिवारी, रमाशंकर शुक्ला आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे.


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