UP Politics: बाराबंकी (Barabanki) जिले में बीजेपी (BJP) सांसद उपेन्द्र सिंह रावत (Upendra Singh Rawat) ने शनिवार को एबीपी गंगा से बातचीत की. बातचीत के दौरान ज्ञानवापी मामले (Gyanvapi Masjid Case) पर बयान देते हुए कहा है कि सिर्फ एक ज्ञानवापी मंदिर मस्जिद की बात नहीं है बल्कि ऐसे असंख्य मंदिर थे जिनको तोड़कर उनपर मस्जिद बनाये गए. बीजेपी सांसद ने ज्ञानवापी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सार्वजनिक सर्वे हुआ तो आज देखिए तमाम सारे सुबूत निकल रहे हैं जो इस बात का प्रमाण दे रहे हैं कि यहां ज्ञानवापी मंदिर रहा होगा.


क्या बोले बीजेपी सांसद?
बीजेपी सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह हैं कि इस देश में यहां की संस्कृति और यहां की जो सभ्यता थी उसके साथ बहुत बड़ा छेड़छाड़ हुआ हैं. ये इतिहास में भी पाया जाता हैं और यही मामला निकल कर सामने आया है. ज्ञानवापी में जब लोगों ने मुद्दा उठाया कोर्ट में गए इसका राज और रहस्य क्या हैं इसको देखा जाना चाहिए. लोगों ने दिखाने से मना किया कि उसका सर्वे नहीं हो सकता है. वहां उसको खोला नहीं जा सकता हैं. हम कहते है कि अगर किसी प्रकार का चोरी नहीं है, कही अगर कोई भेद नहीं है तो उसको सार्वजनिक करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. 


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सबूतों पर क्या बोले?
उन्होंने कहा कि जब सार्वजनिक सर्वे हुआ तो आज देखिए तमाम सारे सबूत निकल रहे हैं जो इस बात का प्रमाण दे रहे हैं कि यहां ज्ञानवापी मंदिर रहा होगा. ये सिर्फ एक ज्ञानवापी मंदिर मस्जिद की बात नहीं है बल्कि ऐसे असंख्य मंदिर थे, जिनको तोड़कर उनपर मस्जिद बनाये गए. एक और उनलोगों ने घृणित प्रयास किया, मंदिर को पूरी तौर से न तोड़ा गया बल्कि उसका आधा हिस्सा तोड़कर मस्जिद बनाई गई. जब कभी एक वर्ग देखे जो मंदिर को मानने वाले लोग हैं. देखे तो अपना अपमान हमेशा महसूस करते रहें. ये उनकी घृणित सोच थी कि उसका परिणाम है कि आज समाज है हिन्दू और मुस्लिम के रूप में बंट रहा हैं.


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