UP News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी संगठन में बदलाव का इंतजार लंबे समय से हो रहे हैं लेकिन कहा जा रहा है कि होली के आसपास यह बदलाव हो जाएंगे. हालांकि अब यह भी चर्चा है कि यह बदलाव होली के बाद होंगे लेकिन संगठन में तकरीबन 14 से 15 नए चेहरों को जगह मिल सकती है. वहीं चार से पांच क्षेत्रीय अध्यक्ष बदले जा सकते हैं और तीन से चार मोर्चा अध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं. हालांकि इस लिस्ट का बेसब्री से सभी इंतजार कर रहे हैं.
बीजेपी की नई टीम का गठन होना है चर्चा तो लंबे समय से चल रही है लेकिन नई टीम को लेकर शीर्ष नेतृत्व के साथ फाइनल डिस्कशन हो चुका है. लगभग टीम में कौन-कौन रहेगा वह सारे नाम भी फाइनल हो चुके हैं. बस इंतजार है लिस्ट आने का कुछ समय पहले यह कहा जा रहा था कि होली से पहले लिस्ट जारी हो जाएगी लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह नाम होली के बाद घोषित किए जाएंगे. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष ने साफ तौर पर एबीपी गंगा से बात करते हुए कहा था कि बहुत जल्दी नाम घोषित हो जाएंगे.
उत्तर प्रदेश का जो संगठन का ढांचा है उसमें प्रदेश टीम में अध्यक्ष और महामंत्री संगठन समेत कुल 42 लोग हैं और कोषाध्यक्ष को भी जोड़ दें तो वह संख्या 43 हो जाती है. जिसमें 15 प्रदेश मंत्री, 18 प्रदेश उपाध्यक्ष और 8 प्रदेश महामंत्री शामिल है. इस बार चर्चा है कि इस टीम में 14 से 15 नए चेहरों को जगह मिलेगी. कुछ लोग अलग-अलग पदों पर प्रमोट होंगे तो कुछ नये चेहरे नई जिम्मेदारी के साथ संगठन में शामिल किए जाएंगे. इसमें युवाओं को और महिलाओं को तरजीह दी जा सकती है. इसके अलावा बीजेपी के कुल 7 मोर्चे हैं, चर्चा इस बात की है कि इन सात में से तकरीबन 4 से 5 मोर्चों को नए अध्यक्ष जल्द मिल जाएंगे.
वहीं 6 क्षेत्रीय अध्यक्षों में से चार या पांच को बदला जा सकता है यानी उनकी जगह नए लोगों को क्षेत्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाएगी. लंबे समय से टीम में बदलाव का इंतजार कार्यकर्ता भी कर रहे हैं पदाधिकारी भी कर रहे हैं. जिनके पास दायित्व है वह भी कर रहे हैं और जो टीम में आने का जुगाड़ लगा रहे हैं. वह भी कर रहे हैं हालांकि पार्टी के नेताओं का कहना है कि बीजेपी में संगठन के बदलाव की प्रक्रिया है और उसी प्रक्रिया के तहत सारी चीजें होती हैं.
मिशन 80 को लेकर नई टीम तैयार करने में जुटे बीजेपी अध्यक्ष
दरअसल 2024 में मिशन 80 को लेकर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह नई टीम तैयार करने में जुटे हैं. इसके जरिए पार्टी यह भी संदेश देगी कि 2024 में उसकी क्या रणनीति रहने वाली है खासतौर से जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को भी साधने की पूरी तैयारी बीजेपी ने इस संगठन बदलाव के जरिए कर रखी है.