UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) हर वक्त एक साथ दिखे. जिसके बाद उनके फिर से साथ आने की चर्चा शुरू हो गई. हालांकि सपा के स्टार प्रचारों की सूची में उनका नाम गायब था. जिसके बाद फिर से एक होने की खबरों पर ब्रेक लग गया. इसके बाद यूपी बीजेपी (UP BJP) अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) के बयान से नई चर्चा शुरू हो गई है. 


वहीं शिवपाल सिंह यादव के स्टार प्रचारक ना बनाए जाने पर भूपेंद्र चौधरी ने कहा है कि शिवपाल यादव तो 2012 से ही अलग-थलग पड़े हुए हैं. अखिलेश यादव अपने परिवार को भी नहीं संभाल पा रहे हैं, शिवपाल यादव को अपने बारे में सोचना चाहिए. बीजेपी में उन्हें लेने के सवाल पर उनका कहना है कि इस पर कोई बात नहीं हुई लेकिन बीजेपी के लिए कोई भी अछूता नहीं है.


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समाज के हित में होगा फैसला
साथ ही उन्होंने शिवपाल यादव को बीजेपी में लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस तरह का अभी कोई विषय या प्रस्ताव नहीं है, लेकिन राजनीति में कोई भी हमसे छूटा नहीं है. हमने ऑनलाइन सदस्यता रखी हुई है. हमने किसी को सदस्यता लेने से रोका नहीं है. लेकिन एक राजनीतिक दल के नाते जो पार्टी समाज के हित में होगा वह फैसला लेंगे.


हालांकि इससे पहले जब नेताजी के निधन के बाद मीडिया से बात करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा था, "नेताजी का अक्स अखिलेश यादव में दिखाई पड़ता है." जिसके बाद शिवपाल यादव के इस भावुक बयान की काफी चर्चा हुई और इसके कई मायने भी निकले गए. ये भी कहा गया कि दोनों दोबारा साथ आ सकते हैं. लेकिन सपा के स्टार प्रचारों ने इस पर ब्रेक लगा दिया.