UP BJP News: भारतीय जनता पार्टी को जनवरी 2025 में नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा. इसके पहले BJP नवंबर और दिसंबर में अपना बूथ, मंडल और जिला अध्यक्षों की नई टीम का गठन करेगी. इसके मद्देनजर 27 अक्टूबर तक जिलों में चुनाव अधिकारियों की तनाती भी होनी है. सूत्रों की माने तो इस बार प्रदेश अध्यक्ष में BJP कुछ नया प्रयोग करने के मूड में है और वहीं पीडीए की काट में भी BJP अपनी रणनीति बना रही है. 


पिछले कुछ चुनावों को देखें तो BJP लोकसभा चुनाव के दौरान ओबीसी के नेतृत्व में अपना संगठन चलाती थी और विधानसभा चुनाव के दौरान ब्राह्मण के नेतृत्व में संगठन चलाती थी पर इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में BJP ने यह अपनी परंपरा तोड़ी है.


वहीं अब उत्तर प्रदेश की वर्तमान राजनीति में पीडीए की काट में भी BJP अपनी रणनीति बना रही है, क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में पीडीए की रणनीति सपा के लिए काफी फायदेमंद हुई और BJP को काफी नुकसान सहना पड़ा था.


मोहन भागवत से CM योगी की मुलाकात के कई मायने, हार्ड हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के एजेंडे पर फोकस


दलित के हाथ में BJP की यूपी इकाई की कमान?
वर्तमान परिस्थितियों में मौजूदा सरकार सवर्ण के हाथ में इसको देखते हुए संगठन की कमान पिछड़े या दलित के हाथ में BJP दे सकती है. इसमें पिछड़ों में दो बड़ी जातियां जिसमें निषाद और लोध समुदाय है, उसमें बीजेपी निषाद समुदाय या लोधी समुदाय के किसी व्यक्ति को नेतृत्व दे सकती है. वही दलित वोट बैंक साधने की कोशिश में बीजेपी दलित नेता के हाथ में भी यूपी BJP की कमान देने पर मंथन कर रही है.


इसमे बुंदेलखंड से आने वाले निषाद समुदाय से राज्य सभा सांसद बाबूराम निषाद को लेकर चर्चा है, वहीं बदायूं से आने वाले लोध समाज के नेता राज्य सभा सांसद और मंत्री बी एल वर्मा के नाम की भी चर्चा है, इसके अलावा दलित चेहरे के तौर पर इटावा से रामशंकर कठेरिया या सोनकर समाज से विद्यासागर सोनकर को भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है