बुलंदशहर: आगामी 3 नवंबर को उत्तर प्रदेश में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. बुलंदशहर में उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने 72 घंटे पहले सदर सीट से विधायक और पार्टी के मुख्य सचेतक रहे विरेंद्र सिंह सिरोही के निधन के बाद उनकी पत्नी उषा सिरोही को प्रत्याशी घोषित किया. इससे पहले सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी घोषित हो चुके थे, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के टिकट को लेकर संशय बना हुआ था.


बुलंदशहर पहुंचे स्वतंत्र देव सिंह
बुलंदशहर विधानसभा सदर सीट से उषा सिरोही को पार्टी कैंडिडेट घोषित करने के बाद गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह बुलंदशहर पार्टी कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति तैयार की.


गरीब और किसान खुशहाल हैं
स्वतंत्र सिंह ने बैठक के बाद पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी अमेरिका से थोड़ी ही कम है. उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद गांव में गरीब और किसान खुशहाल है, साथ ही गोरखपुर में जो जापानी बुखार आता था उसमें शिशु मृत्यु दर भी खत्म हो गई. इतना ही नहीं इतनी बड़ी आबादी वाले प्रदेश में कोरोना जैसी महामारी पर जीत हासिल की. स्वतंत्र सिंह ने कहा कि इस बार के सातों विधानसभाओं में होने वाले उपचुनाव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नाम और काम पर लड़ा जाएगा.


यूपी में कानून का राज है
हाथरस मामले पर बोलते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा की डीएम की भूमिका क्या है वो नहीं जानते मगर उत्तर प्रदेश में योगी आदिनाथ का राज है, कानून का राज है. महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ रहे अपराधों पर प्रदेश अध्यक्ष ने दो टूक कहा कि प्रदेश में अपराधियों को भाजपा या किसी कार्यकर्ता का कोई संरक्षण नहीं है, जो कोई अपराध करेगा उसके प्रति कानून कठोर कार्रवाई करेगा. स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी उषा सिरोही के पक्ष वोटिंग कर विजयी बनाने की अपील भी की.



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