Success Story: कौशांबी में आकाशदीप सिंह 94% अंक हासिल कर बने 10वीं के जिला टॉपर, B Tech करना है लक्ष्य
UP Board 10th Result 2022 Topper List: यूपी बोर्ड के हाईस्कूल (UP Board 10th Result) की परीक्षा में आकाशदीप सिंह ने 569 अंक पाकर कौशांबी (Kaushambi) जिले में टॉप किया है.
UP Board 10th Result 2022: यूपी बोर्ड के हाईस्कूल (UP Board 10th Result) और इंटरमीडिएट (UP Board 12th Result) का शनिवार को बारी-बारी से परीक्षा परिणाम घोषित हुआ. कौशांबी (Kaushambi) जिले की बात करें तो हाई स्कूल में श्री दुर्गा देवी इंटर कॉलेज के आकाशदीप सिंह ने 569 अंक (94.83 फीसदी) हासिल कर जिला टॉप किया है. परीक्षा परिणाम को देखते ही आकाश दीप सिंह के परिजन खुशी से झूम उठे और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी.
15 से 16 घंटे करता था पढ़ाई
जिला टॉपर छात्र आकाश दीप सिंह ने बताया कि घर में 15 से 16 घंटा पढ़ाई करते था. एक बार पढ़ाई के लिए बैठ जाते थे तो 2 से 3 घंटे बाद ही उठा करते थे. जो एक बार पढ़ाई कर लेते थे उसको लिख कर भी अभ्यास करते थे. क्लास 9 में भी छात्र ने 94 फीसदी अंक हासिल किया था. कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था थी. लेकिन आकाशदीप ने ऑनलाइन पढाई का सहारा नहीं लिया. उसने विद्यालय के शिक्षकों के सहारे और फिर कोचिंग के सहारे पढ़ाई पूरी की थी.
क्या बोले आकाशदीप सिंह?
आकाशदीप सिंह ने बताया कि वह पढ़ लिखकर बीटेक करेगा और बीटेक के बाद इंजीनियर बनना चाहता है. उसने बताया कि उसके माता-पिता पेशे से अधिवक्ता हैं. बहुत ही कीमती समय उनका भी होता था लेकिन वह आकाशदीप की पढ़ाई में कभी बाधा उत्पन्न नहीं करते थे. विद्यालय के शिक्षकों का भी भरपूर सहयोग मिलता था. पढ़ाई के दौरान जो भी डाउट होता था, शिक्षक उसे क्लियर कर देते थे. जो समझ में नहीं आता था, बहुत ही अच्छे तरीके से शिक्षक उस विषय को समझाते थे.
क्या बोले पिता?
आकाशदीप सिंह के पिता उदय भान सिंह ने बताया कि वह अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए सबसे पहले विद्यालय प्रशासन से भी संपर्क करते थे. यदि पढ़ाई लिखाई में कहीं कोई गड़बड़ी लगती थी तो वह सीधे शिक्षकों से संपर्क करते थे और बेहतर शिक्षा देने की बात कहते थे. उन्होंने बताया कि मैं पेशे से अधिवक्ता हूं. ऐसे में अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए प्रेरित करता था, जिससे वह टॉप करें.
उन्होंने बताया कि वह बच्चे की रुचि के अनुसार पढ़ाई कराते थे और खुद बताते थे कि मुकाम हासिल करने के लिए उन्हें कितना मेहनत करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि यदि बच्चे को कोई विषय नहीं समझ में आता था तो वह अपने स्तर से ही समझाते थे. इसके अलावा वह विद्यालय के शिक्षकों से संपर्क करके बच्चे को समझाने की बात करते थे.
क्या बोले प्रिंसिपल
विद्यालय के प्रधानाचार्य चुन्नीलाल ने बताया कि बच्चे ने विद्यालय का मान बढ़ाया, अपने माता-पिता का मान बढ़ाया और पूरे जनपद का मान सम्मान बढ़ाया. इसके लिए बच्चे को आशीर्वाद है. अन्य बच्चों को भी उन्होंने यही संदेश दिया कि बेहतर पढ़ाई लिखाई कर अपने माता-पिता का मान सम्मान बढ़ाएं, विद्यालय का मान बढ़ाएं और देश प्रदेश में नाम रोशन करें.