Prayagraj News: यूपी बोर्ड (UP Board 2023) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शनिवार को संपन्न हो गईं. नकल को लेकर सख्ती की वजह से इस बार हाईस्कूल में 2,08,953 और इंटरमीडिएट में 2.22,618 परीक्षार्थियों को मिलाकर कुल 4,31,571 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी जबकि हाई स्कूल में 13,16,487 और इंटरमीडिएट में 27,69,258 परीक्षार्थियों को मिलाकर कुल 58,85,745 परीक्षार्थी वर्ष 2023 की बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत थे.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल के मुताबिक यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान कुल 133 मुन्नाभाई पकड़े गए है जबकि परीक्षा में नकल करते 81 परीक्षार्थी पकड़े गए. सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है और ऐसे परीक्षा केंद्रों के खिलाफ भी डिबार करने की कार्रवाई की जा रही है. यूपी बोर्ड के सचिव का दावा है कि तीस साल बाद बिना पेपर आउट हुए, गलत पेपर ओपनिंग और नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराई गई है जिसके चलते हाईस्कूल या इंटरमीडिएट में कहीं पर भी दोबारा परीक्षा आयोजित नहीं करानी पड़ी है.
नकल माफियाओं के मंसूबों पर फिरा पानी
यूपी बोर्ड के सचिव का दावा है कि जिस तरह से परीक्षा कराने के लिए फुलप्रूफ इंतजाम किए गए थे, उसकी वजह से नकल माफियाओं के मंसूबों पर भी पानी फिर गया. उनके मुताबिक 16 फरवरी से 4 मार्च के बीच यूपी बोर्ड की परीक्षाएं प्रदेश भर में बनाए गए 8,753 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी. यूपी बोर्ड की परीक्षा सकुशल संपन्न होने के बाद अब कॉपियों के मूल्यांकन की तैयारी शुरू हो रही है.
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल के मुताबिक 18 मार्च से कॉपियों के मूल्यांकन की तैयारी की जा रही है. इसके लिए निरीक्षकों की ट्रेनिंग कराई जाएगी और कॉपियों का मूल्यांकन भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराया जाएगा. यूपी बोर्ड के सचिव ने कहा है कि रिजल्ट को लेकर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी लेकिन फिर भी परीक्षार्थियों की अपेक्षा के अनुरूप रिजल्ट जल्दी घोषित किया जाएगा.
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